बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में इन दिनों आफत की बारिश हो रही है। लगातार बारिश की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। कई इलाकों के घरों में पानी घुस चुका है। शनिवार को बाढ़ में डूबे 2 लोगों का भी अब तक कुछ पता नहीं चल रहा है। वहीं सीपत इलाके में पत्थर खदान में भरे पानी में डूबे एक बच्चे की लाश दो दिन बाद मिली है। भारी बारिश की वजह से बच्चे की तलाश करने में इतना वक्त लग गया है। जिले में अब भी बारिश का दौर जारी है।
पिछले 5 दिनों से बारिश के चलते शहर के कॉलोनियों से लेकर ग्रामीणों इलाकों तक में लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत मन्नडोल, अरविंद नगर, जलविवाह कॉलोनी, मंगला, उसलापुर, सरकंडा के नीचले बस्ती में हैं। यहां कई घरों में पानी घुसा है। रास्ते तालाब बन गए हैं। स्कूल परिसरों में भी पानी ही पानी है।
मिनी स्टेडियम में हुआ स्वतंत्रता दिवस समारोह का फुल ड्रेस रिहर्सल
सरकंडा के ड्रीमलैंड स्कूल परिसर में तो इतना पानी भर गया है कि स्कूल बस और कार आधे पानी में डूब हुए हैं। वहीं अरविंद नगर में कई घरों में पानी घुसा है। यही हाल आस-पास के इलाकों का भी है। कई लोगों ने तो पानी भरने की वजह से घर बंद कर दिया है और घर ही छोड़ दिया है। हैरानी की बात ये है कि अच्छी पक्की सड़कें भी तालाब के रूप में तब्दील हो गई हैं। इससे लोगों को आने जाने में काफी दिक्कत हो रही है।
इधर, इतनी परेशानी होने के बावजूद निगम और प्रशासन की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है। डुबान क्षेत्र में आने वाले लोगों के लिए भी राहत कैंप नहीं बनाया गया है। यही वजह है कि रविवार को मन्नडोल इलाके के लोगों ने चक्काजाम तक करना पड़ गया था।
सीएम बघेल ने किया हमर पहिनांव कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन
उधर, सकरी क्षेत्र में 10 साल का बच्चा गोकने नाला में बह गया था। उसका हादसे के 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं है। शनिवार को ही 23 साल का युवक मन्नाडोल में युवक बाढ़ में बह गया था। उसका भी कुछ पता नहीं चल सका है। फिलहाल इन्हें तलाशा जा रहा है। मगर लगातार बारिश की वजह से लोग काफी परेशान हैं।