बिलासपुर : न्यायधानी बिलासपुर में प्राइवेट संस्थान में काम करने वाला मैनेजर 5 लाख 68 हजार रुपए की उठाईगिरी का शिकार हो गया। मैनेजर बैंक से पैसे निकालकर जा रहा था। रास्ते में वह जूस पीने के लिए रूका। तभी वहां बाइक सवार दो युवक आए और उसके कपड़े में कीड़े होने का झांसा दिया। मैनेजर ने जैसे ही अपना बैग उतार कर कीड़े में उलझा, तब तक बाइक सवार बदमाश उसका बैग उठाकर भाग निकले। इस घटना के दौरान पुलिस अफसर और जवान VVIP ड्यूटी में व्यस्त रहे, जिसके चलते अभी तक आरोपियों का कुछ पता नहीं चल सका है।
दुर्ग, भिलाई के बाद बिलासपुर में उठाईगिरी की एक जैसी घटना सामने आई है। पुलिस को किसी एक ही गिरोह पर इन वारदातों को अंजाम देने का शक है। बिलासपुर में मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। पुलिस की माने तो जल्द ही आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
व्यापार विहार स्थित राधेश्याम इंटरप्राइजेस में विक्की पैगवार मैनेजर हैं। वह संस्थान के बाहरी लेनदेन और बैंक संबंधित काम देखता है। शुक्रवार की सुबह करीब 11 बजे मैनेजर विक्की सेंट्रल बैंक में रुपए निकालने गया था। बैंक से उसने चार लाख रुपए निकलवाए। इसके बाद वह तितली चौक स्थित भारतीय स्टेट बैंक गया। वहां भी उसने एक लाख 68 हजार रुपए निकलवाया। रुपयों को बैग में रखकर वह सिरगिट्टी तरफ जाने के लिए निकला था।
रुपयों को बैग में रखकर मैनेजर विक्की सिरगिट्टी तरफ जाने के लिए निकला था। तभी तोरवा के रेलवे परिक्षेत्र स्थति बंगाली स्कूल के पास वह जूस पीने के लिए रूक गया। ऑर्डर देकर वह अभी इंतजार करते खड़ा था। तभी वहां एक युवक पहुंचा। उसने मैनेजर के कपड़ों में कीड़े होने की बात कही। उसकी बातों को सुनकर मैनेजर ने कंधे से बैग उताकर बाइक की सीट पर रख दिया। इतने में बाइक सवार दो युवक आए और बैग लेकर भाग गए।
बताया जा रहा है कि जिस तरीके से एक युवक ने मैनेजर को उसके कपड़ों में कीड़े लगने की बात कही और उसे उलझाए रखा। इसी बीच बाइक सवार दो युवक उसकी बैग लेकर भाग गए। इसके बाद युवक भी भाग गया। ऐसे में मैनेजर ने आशंका जताई है कि इस वारदात में चार लोग शामिल हैं।
बाइक सवार बदमाशों को बैग उठाकर ले जाते देखकर मैनेजर ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को इस घटना की जानकारी दी। साथ ही वह बाइक सवार युवकों का पीछा करने लगा। लेकिन, बदमाश भीड़ में फर्राटे मारते हुए दूर निकल गए। बाद में मैनेजर ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस केस दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है।
शुक्रवार को शहर में भाजपा की महतारी हुंकार रैली थी, जिसके चलते सभी इलाकों में लोगों की भीड़ थी। वहीं दूसरी ओर पुलिस अफसर और जवान भी VVIP ड्यूटी में व्यस्त थे। इस दौरान हुई उठाईगिरी की घटना के बाद बदमाश बेखौफ होकर भाग गए और उनका कुछ पता नहीं चल सका। पुलिस के अफसर भी ड्यूटी में उलझे रहे, जिसके चलते बदमाशों की तलाश नहीं हो पाई।
तोरवा थाना प्रभारी फैजुल शाह ने बताया कि घटना के बाद तोरवा पुलिस और ACCU की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई। घटना के बाद टीम ने आसपास केCCTV का फुटेज जुटाई जा रही है। मैनेजर के बताए हुलिए के आधार पर संदेहियों की पहचान कर तलाश की जा रही है।
दुर्ग में हुई 2 लाख रुपए की उठाईगिरी का मामला सुलझा भी नहीं था कि भिलाई तीन में फिर से डेढ़ लाख रुपए की उठाईगिरी हुई थी। भिलाई-3 एसबीआई के सामने गाड़ी की डिग्गी से किसी ने डेढ़ लाख रुपए पार कर दिए। पुलिस मामले का पता लगा रही है। सीएसपी छावनी प्रभात कुमार ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड कालोनी चरोदा निवासी पवन कुमार गुरुवार दोपहर 12 बजे के करीब एसबीआई बैंक पदुम नगर भिलाई तीन बाइक से आया था। उसने एसबीआई बैंक से डेढ़ लाख रुपए निकाले और रुपए गाड़ी की डिग्गी में रख दिया था। थोड़ी देर बाद उसने देखा कि डिग्गी में रुपए नहीं है। आसपास खोजबीन करने के बाद कोई जानकारी नहीं मिली तो उसने मामले की शिकायत भिलाई तीन थाने में की। सूचना मिलते ही सीएसपी प्रभात कुमार, टीआई मनीष कुमार शर्मा टीम के साथ वहां पहुंचे। पुलिस आरोपी का पता लगाने के लिए बैंक सहित आसपास में लगे सीसी कैमरों को खंगाली रही थी कि अब बिलासपुर में भी उठाईगिरी की वारदात सामने आ गई।
दुर्ग में उठाईगिरी के नहीं पकड़ाए आरोपी
कुछ दिन पहले ही दुर्ग जिला मुख्यालय में बैंक के सामने 2 लाख रुपए की उठाईगिरी की घटना हुई थी। इस मामले में दुर्ग पुलिस आरोपियों की अब तक पताशाजी नहीं कर पाई। जैसे ही भिलाई तीन थाना क्षेत्र में उठाईगिरी की घटना हुई पूरे जिले की पुलिस एक्टिव हुई । आरोपियों की तलाश में पुलिस जगह-जगह संदिग्धों की जांच कर रही है।
source by DB