हैदराबाद. तेलंगाना में कांग्रेस ने अपना 55 साल पुराना सपना पूरा किया है। हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ माने जाने वाले चारमीनार इलाके में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पहली बार अपना दफ्तर खोला है। कांग्रेस इस बार केसीआर की टीआरएस को हटाकर ना सिर्फ तेलंगाना में सरकार बनाने की कोशिश में है बल्कि दक्षिण में भाजपा की गति को भी रोकना चाहती है। इस इलाके में ओवैसी की AIMIM की अच्छी पकड़ है। वहीं कांग्रेस आरोप लगाती रहती है कि एआईएमआईएम और टीआरएस के बीच सांठगांठ है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में कांग्रेस चीफ रेवंत रेड्डी आक्रामक रणनीति के तहत काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि सभी वॉर्ड में कांग्रेस के दफ्तर खोले जाएंगे। इसके अलावा रेवंत रेड्डी खुद सभी कार्यालयों में जाकर भाषण देंगे। एक कांग्रेस नेता के मुताबिक कांग्रेस पार्टी मुस्लिम बहुल चारमीनार इलाके में 1967 में ही अपना दफ्तर खोलना चाहती थी लेकिन असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी की जीत के बाद योजना बदल दी गई थी। सलाहुद्दीन ओवैसी यहां से निर्दलीय चुनाव जीते थे।
इस सीट पर 1981 तक निर्दलीय उम्मीदवार ही चुनाव जीतते रहे। इसके बाद 1989 से इस सीट पर एआईएमआईएम का कब्जा है। ऐसे में कांग्रेस इस इलाके में कभी दफ्तर नहीं खोल पाई। कांग्रेस पार्टी में एकता दिखाने के लिए हैदराबाद जिला अध्यक्ष समीर वलीउल्लाह, पूर्व मंत्री डॉ. जी चिन्ना रेड्डी प्रवक्ता सैयद निजामुद्दीन, महासचिव फिरोज खान, उज्मा शाकिर और कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दफ्तर के उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद थे।
वलीउल्लाह ने कहा, इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी तेलंगाना में वापसी करेगी। रेवंत रेड्डी पार्टी को मजबूत करने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। इसके अलावा हैदराबाद की पूरी टीम पार्टी की रीच बढ़ाने के लिए काम करेगी। वहीं शाबिर ने कहा कि पार्टी के इस नए दफ्तार का इश्तेमाल केंद्र के रूप में किया जाएगा। इसके अलावा यहां से लोगों की समस्याओं की जानकारी लेकर उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।