दिल्ली के कंझालवा में 20 साल की अंजलि से किस कदर दरिंदगी की गई है उसका अंदाजा मृतक लड़की के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लगाया जा सकता है। तीन डॉक्टरों के पैनल ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में अंजलि का पोस्टमार्टम किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि अंजलि के शरीर पर एक दो नहीं बल्कि 40 जख्म थे। मृतका का सिर फूट चुका था उसे इस कदर घसीटा गया था कि शरीर के अंदरूनी अंग दिख रहे थे। उसके शरीर पर कुल 40 जख्म पाए गए हैं। हालांकि, लड़की के यौन उत्पीड़न के संकेत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं मिले हैं। लड़की को दिल्ली की सड़कों पर 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था।
इस रिपोर्ट में बतलाया गया है कि लड़की की मौत सिर, रीढ़ की हड्डी और निचले अंगों में चोट लगने के परिणामस्वरूप रक्तस्राव होने तथा आघात पहुंचने के चलते हुई है। पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। डॉक्टरों ने आरंभिक रिपोर्ट में कहा है कि सिर, रीढ़ की हड्डी, बायीं जांघ की हड्डी और दोनों पैरों में गंभीर चोट पहुंचने की वजह से रक्तस्राव हुआ और आघात लगा। सभी चोटें संभवत: वाहन से हुई दुर्घटना और घसीटे जाने के कारण लगीं।
गाड़ी के नीचे फंसी अंजलि को दरिंदों ने इस कदर घसीटा था कि उसका ब्रेन मैटर गायब हो गया था और खोपड़ी खुल गई थी। एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि चिकित्सकों ने लड़की की जो MACM रिपोर्ट पुलिस को दी है उसमें ब्रेन मैटर गायब होने की बात कही गई है। न्यूज 18 ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि अंजलि की पसलियां पीछे की तरफ से निकली हुई थीं और यह पसलियां बुरी तरह पीस गई थीं। अंजलि की कमर के हिस्से में रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया है। उसका पूरा शरीर मिट्टी और गंदगी से सना हुआ था। सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि मेडिकल टीम ने पाया है कि उसके दोनों फेफड़े साफ नजर आ रहे थे।
अंजलि को मिलेगा इंसाफ?
अंजलि की मौत के बाद गम और गुस्से के बीच मंगलवार को उसका अंतिम संस्कार किया गया। ‘अंजलि को इंसाफ दो’ लिखे बैनर लेकर लोग शमशान घाट तक पहुंचे थे। 1 जनवरी को दिल्ली की बेटी के साथ हुई इस क्रूरता के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनपर गैर इरादन हत्या समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। अब सबकी नजर इस मामले में पुलिसिया जांच पर है। लोगों को उम्मीद है कि अंजलि के साथ हैवानियत करने वालों को कानून के मुताबिक उचित सजा दी जाएगी। दिलली पुलिस इस मामले में पहले ही कह चुकी है कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।
सहेली ने बताई थी दरिंदगी की कहानी
अंजलि की एक सहेली निधि ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया, ‘भूरे रंग की बलेनो ने विपरीत दिशा से स्कूटी को टक्कर मारी। वह कार के सामने गिरी जबकि मैं बगल में गिरी। उन्होंने उसके ऊपर कार चढ़ा दी। उन्हें पता था कि वह कार के नीचे है, लेकिन वे नहीं रूके। वह चीख रही थी। उन्होंने जानबूझकर उसकी हत्या कर दी।’ सहेली ने कहा, ‘मैं मौके से इसलिए भाग गई क्योंकि मैं डरी हुई थी और मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए।’अंजलि की सहेली ने बताया कि वे शनिवार की रात अपने दोस्तों से मिलने एक होटल में गईं थीं।
उसने दावा किया कि अंजलि शराब के नशे में थी और उसने स्कूटी चलाने नहीं देने पर चलते दुपहिया से कूदने की धमकी भी दी। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया, ‘हम देर रात करीब 1:45 बजे होटल से निकले। वह (अंजलि) स्कूटी चलाना चाहती थी, लेकिन मैंने कहा कि मैं चलाउंगी। जब हम वहां से निकल गए और रास्ते में थे तो अंजलि ने कहा कि अगर उसे स्कूटी नहीं चलाने दी तो वह चलते दुपहिया से कूद जाएगी। उसने कहा कि यह मेरी स्कूटी है और मैं चलाऊंगी।’
उसने दावा किया, ‘मैंने उसे स्कूटी चलाने दी। कुछ दूर ही चलने पर हम ट्रक को टक्कर मारते-मारते बचे। हालांकि मैं पीछे बैठी थी, लेकिन फिर भी ब्रेक लगाने में कामयाब रही। फिर हम वहां से चले और आगे बढ़े। लेकिन एक अन्य कार ने हमारी स्कूटी को टक्कर मार दी। अंजलि कार के नीचे फंस गई, जबकि मैं सड़क की दूसरी ओर जा गिरी।’
पीड़िता की दोस्त ने बताया कि उसे भी आंखों पर हल्की चोटें आयीं लेकिन अंजलि कार के नीचे फंस गई। पीड़िता की दोस्त ने दावा किया, ‘कार रूकी नहीं। वह चलती रही और फिर उन्होंने कार बैक की और फिर तेजी से आगे रवाना हो गई।’