कोटा, राजस्थान के कोटा में हाड़ौती नेचुरल सोसाइटी ने देश भर में सारसों की घटती संख्या के मद्देनजर अगले महीने विश्व आर्द्र भूमि दिवस के अवसर पर लगने वाली चित्र प्रदर्शनी को सारसों के प्रति समर्पित करने का निर्णय किया है।
हाड़ौती नेचुरलिस्ट सोसाइटी के अध्यक्ष विधायक भरत सिंह कुंदनपुर की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय किया गया कि विश्व आर्द्र भूमि दिवस के अवसर पर आगामी दो फरवरी से कोटा के आर्ट गैलरी में सात दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा जिसमें हाड़ौती अंचल के विभिन्न वेट लैंड एंव ग्रास लैंड में पाए जाने वाले पशु-पक्षियों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
बैठक में किए गए निर्णय के अनुसार यह चित्र प्रदर्शनी और इस अवसर पर होने वाली कार्यशाला देश भर में सारसों की घटती चिंताजनक स्थिति को देखते हुए सारस पक्षी को समर्पित की गई है।
सोसाइटी से जुड़े रविंद्र प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि दो फरवरी को विश्व आर्द्र भूमि दिवस मनाया जाएगा और इस अवसर पर ही यह फोटो प्रदर्शनी आयोजित की जायेगी। श्री तोमर ने बताया कि राजस्थान में हाड़ौती अंचल में सबसे अधिक वेटलैंड-ग्रासलैंड पाए जाते हैं जहां विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए प्रजनन और उनके प्राकृतिक आवास की व्यवस्था है, लेकिन यह देखा जा रहा है कि विश्व में लगातार बड़ी संख्या में सारसों की संख्या घट रही है जो पर्यावरण की दृष्टि से एक चिंताजनक पहलू है जिस पर गंभीरता से विचार किए जाने की आवश्यकता है और इसी को ध्यान में रखते हुए यह प्रदर्शनी सारस पक्षी को समर्पित की गई है।
सोसाइटी के सचिव सुनील सिंहल ने बताया कि इस अवसर पर तीन दिवसीय संगोष्ठी भी आयोजित होगी जिसमें विषय विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे। अब तक वन विभाग और वन्य जीव से जुड़े डॉ. सतीश शर्मा, बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बीएनएचएस) के पूर्व निदेशक असद अली रहमानी, मनोज कुलश्रेष्ठ ने इस कार्यक्रम में भाग लेने पर अपनी सहमति व्यक्त की है।