इंदौर: इंदौर में 55 वर्षीय महिला कोरोना वायरस के स्वरूप ओमीक्रोन के तेजी से फैलने वाले उपस्वरूप ‘‘एक्सबीबी.1’’ से संक्रमित पाई गई है और उसकी हालत गंभीर है। शहर के एक निजी अस्पताल के आला अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अरंिबदो इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज (सैम्स) के संस्थापक अध्यक्ष विनोद भंडारी ने बताया कि इस अस्पताल में भर्ती 55 साल की महिला ओमीक्रोन के उपस्वरूप ‘‘एक्सबीबी.1’’ से संक्रमित पाई गई है।
उन्होंने बताया कि अस्पताल की ‘मॉलिक्युलर वायरोलॉजी डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च लैब’ की जांच के दौरान महिला में ओमीक्रोन के इस उपस्वरूप की पुष्टि हुई है। भंडारी के मुताबिक इस प्रयोगशाला को केंद्र सरकार की मान्यता मिली हुई है। उन्होंने बताया,‘‘एक्सबीबी.1 से संक्रमित महिला के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है और उसे जीवन रक्षक तंत्र पर रखा गया है।”
भंडारी ने कहा कि ओमीक्रोन का ‘‘एक्सबीबी.1’’ उपस्वरूप कोरोना वायरस के अन्य प्रकारों से ज्यादा तेजी से फैलता है। बहरहाल, इंदौर में ओमीक्रोन के नये उपस्वरूप ‘‘एक्सबीबी.1’’ की दस्तक के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. बीएस सैत्या ने कहा कि वह संक्रमित महिला के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही कोई टिप्पणी कर सकेंगे।
गौरतलब है कि इंदौर जिला कोविड-19 की पिछली लहरों के दौरान राज्य में इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में फिलहाल महामारी के केवल छह मरीजों का इलाज चल रहा है जिनमें 55 साल की महिला शामिल है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक महामारी के कुल 2,12,526 मरीज मिले हैं और इनमें से 1,469 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।