गढ़वा. गढ़वा जिले में स्थित भंडरिया, रंका, चिनियां और रमकंडा प्रखंड में आतंक का पर्याय बने आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने का अभियान गुरुवार से शुरू हो गया। इसके लिए जाने-माने शूटर नवाब शफत अली खान चार सदस्यीय टीम के साथ गढ़वा पहुंच गए। गुरुवार को टीम के सदस्यों ने डीएफओ शशि कुमार के साथ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया।
तेंदुआ को जिंदा पकड़ने की कोशिश होगी
वन विभाग परिसर में बातचीत करते हुए शूटर शफत ने बताया कि वह पहले उन गांवों में जाकर जायजा लेंगे, जहां तेंदुए के हमले से बच्चों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि अब तक पता नहीं है कि तेंदुआ कहां छिपा है। इसके लिए सर्वे किया जाएगा। वन विभाग के साथ योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सफल ऑपरेशन के लिए उनके पास जरूरी उपकरण के साथ-साथ खास वाहन भी है। कोशिश होगी कि तेंदुआ को जिंदा पकड़ा जाए। गौरतलब है कि पलामू प्रमंडल में आदमखोर तेंदुए का आतंक है। यह अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है। वहीं कई लोगों को घायल भी किया है।
तेंदुआ के बारे में जानकारी इकट्ठा करना जरूरी
ऑपरेशन तेंदुआ को लेकर गढ़वा पहुंचे शूटर शफत ने बताया कि सबसे पहले उसके संबंध में जरूरी जानकारी एकत्रित करना जरूरी ह। तेंदुआ को लेकर अबतक पुख्ता जानकारी नहीं है। वह किसी स्थिति में है। वह नर है या मादा। वह घायल तो नहीं है। उसके लिए सर्वे होगा। विभिन्न जगहों पर जाकर जायजा लिया जाएगा। सर्वे में मिले तथ्यों के आधार पर वन विभाग के साथ प्लानिंग की जाएगी। उसके बाद वन विभाग का जैसा आदेश होगा वैसा काम किया जाएगा। वन विभाग की ओर से उसे अबतक पकड़ने का आदेश है। अभी तक पता नहीं है कि वह कहां छुपा है।
तेंदुआ को आदमखोर घोषित कर चुका है वन विभाग
गौरतलब है कि वन विभाग तेंदुए को आदमखोर घोषित कर चुका है। तेंदुए ने सबसे पहले लातेहार में एक व्यक्ति को निशाना बनाया था। इसके बाद तेंदुआ भंडरिया, रंका, चिनियां और रमकंडा प्रखंड के कम से कम 100 गांवों में लोगों के लिए दहशत का पर्याय बना हुआ है। जिला वन पदाधिकारी शशि कुमार ने बताया कि तेंदुआ विशेष रूप से महिलाओं को बच्चों को निशाना बना रहा है। हाल में तेंदुए ने एक महिला पर भी हमला किया था। उस महिला ने टॉर्च और लाठी के सहारे तेंदुए से मुकाबला किया और मार भगाया।