नई दिल्ली। भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखते हुए जम्मू-कश्मीर के मेंढर जिला के बालाकोट सेक्टर में शनिवार की शाम दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया। ये दोनों आतंकवादी भी राजौरी जिले का धंगरी में हुए हत्याकांड में शामिल बताए जा रहे हैं। पूरे इलाको को घेर लिया गया और तलाशी अभियान चलाया गया, जो कि खबर लिखे जाने तक जारी है।
सुरक्षा बलों ने राजौरी के धंगरी गांव में दो आतंकवादी हमलों में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इन हमलों में दो दिनों में बच्चों सहित छह नागरिक मारे गए थे। जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा सिर्फ 50 मीटर की दूरी पर किए गए तीन घरों में गोलीबारी की घटना में चार नागरिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के अगले दिन एक घर में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) विस्फोट किया गया, जिसमें चार और 16 साल के दो बच्चों की मौत हो गई।
रविवार को आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या सात हो गई। प्रिंस नाम के एक घायल ने जीएमसी में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह दीपक कुमार का भाई था, जो एक जनवरी को हमले के दिन मारा गया था।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कम से कम 18 कंपनियां वर्तमान में आतंकवाद विरोधी अभियानों में तेजी लाने के लिए राजौरी और पुंछ में तैनात हैं। गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा जम्मू और केंद्र शासित प्रदेश में टारगेट किलिंग में हुई वृद्धि को ध्यान में रखते हुए इनकी तैनाती का निर्णय लिया गया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम ने प्रारंभिक जांच के लिए धंगरी गांव का दौरा किया था। इस घटना के बाद घाटी में बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमलावरों के बारे में जानकारी साझा करने वाले को 10 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है।