रायपुर. राजधानी रायपुर का बिजली के मामले में गांव से भी बदतर हाल देखने काे मिल रहा है। एक ताे यहां पर अवैध प्लाटिंग करके कालोनियों काे बसाया गया है, साथ ही यहां पर बने घरों काे बिजली का कनेक्शन देने में ऐसी घाेर लापरवाही की गई जिससे कभी भी किसी की भी जान जा सकती है। बिजली विभाग काे ताे बस अपने पैसों से मतलब है।
राजधानी रायपुर के आउटर में बसी अवैध कालोनियों में बांस बल्लियों पर झुलते हुए तारों के साथ बिजली के सैकड़ों कनेक्शन दे दिए गए हैं। तार इतने ज्यादा नीचे हैं कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सारे नियमों काे ताक में रखते हुए कनेक्शन दिए गए हैं। पॉवर कंपनी ने तो अवैध कालोनी के नियम के मुताबिक प्रति किलो वॉट के लिए चार से पांच हजार रुपए के हिसाब से पैसे लेकर कनेक्शन दे दिए हैं, लेकिन सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा गया है।
अवैध कॉलोनियों की भरमार
राजधानी के आस-पास चारों तरफ अवैध कालोनियों का थोक में जाल बिछा हुआ है। अवैध कालोनी बनाने वाले बिल्डर लोगों को कम कीमत पर प्लाट या फिर मकान बनाकर बेचे देते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर बिजली पानी की व्यवस्था नहीं करते हैं। इन कालोनियों में मकान बनाने या लेने वाले तब परेशान होते हैं जब ये बिजली का कनेक्शन लेने बिजली के दफ्तरों में जाते हैं।
बिजली कनेक्शन लेना महंगा सौदा
अवैध कालोनियों में बिजली कनेक्शन लेना बड़ा महंगा सौदा है। पहले तो इनको कनेक्शन देने की ही प्रावधान नहीं था, लेकिन अब प्रावधान किया गया तो इसके लिए शुल्क बहुत ज्यादा है। वैध कालोनियों या वैध स्थान पर जहां एक किलोवाट के कनेक्शन के लिए महज 14 सौ रुपए लगते हैं, वहीं अवैध कालोनियों में अस्थाई कनेक्शन के लिए चार हजार रुपए प्रति किलोवाट का और स्थाई कनेक्शन के लिए पांच हजार रुपए प्रति किलोवाट के लगते हैं। इसके अलावा दूसरे चार्ज अलग से लगते हैं।
पैसे बचाने सुरक्षा से खिलवाड़
अवैध कालोनियों बनाने वाले मुख्य मार्गों में कुछ बिजली खंबों की व्यवस्था करके वहां तक लाइनें तो ला देते हैं, लेकिन लोगों के घरों तक खंभों की व्यवस्था नहीं करते हैं। जब कोई व्यक्ति अपने घर के लिए कनेक्शन लेने बिजली दफ्तर में जाता है तो उसे अपने घर तक खंभे लगाने के लिए प्रति खंभे के लिए करीब 30 हजार का शुल्क लगने की बात मालूम होती है। अगर किसी व्यक्ति के घर तक मुख्य मार्ग की लाइन से लाइन खींचने में तीन खंभे लगते हैं तो उसे 90 हजार देने पड़ते हैं। एक खंभे पर लगने वाले 30 हजार रुपए का शुल्क बचाने के लिए ही सभी अवैध कालोनियों में मुख्य मार्ग के खंभाें से घरों तक लोगों को बांस बल्ली लगाकर बिजली के कनेक्शन दे दिए गए हैं। राजधानी रायपुर में ही दतरेंगा, सड्डु, बोरियाखुर्द, मोवा, तांदुला सहित कई स्थानों पर बसी अवैध कालोनियों में सैकड़ों की संख्या में बिजली कनेक्शन बांस-बल्लियों के सहारे दे दिए गए हैं। इन कनेक्शनों के मीटरों को खंभों पर लगाया गया है। एक-एक खंभे पर एक से दो दर्जन मीटर लगे हैं। इससे भी बड़ा खतरा है, क्योंकि ये मीटर भी बहुत नीचे हैं।