रायपुर । विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,हाईवे स्थिति खैरझिटी,कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से क्षेत्र के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 319दिन लगभग 16 किसान जवान और महिलाओं ने भाग लिया।आज अखण्ड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व किसान नेता नंदकिशोर यादव,नंदलाल सिन्हा, चैनुराम साहू,उदयराम चंद्राकर,कुमार बरिहा,तारेंद्र यादव ने किया।आज अखण्ड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को किसान नेता नंदकिशोर यादव,चैनुराम साहू,उदय चंद्राकर,कुमार बरिहा,नंदलाल पटेल, श्रीमती राधबाई सिन्हा,श्यामाबाई ध्रुव,ननकुनिया पारधी आदि ने संबोधित किया।अखण्ड सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किसान नेता नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि करणी कृपा स्टील एवं पॉवर प्लांट के मालिक की उदंडता और भ्र्ष्टाचारी रवैया को लगाम देने और उनके दलाल नौकरशाहों को सबक सिखाने के लिए हमारे पास एक मात्र विकल्प है संगठन को पूरे जिले के कोने-कोने तक फैलाकर हजारों हजार किसानों की भीड़ लेकर नेशनल हाईवे में पहुँच कर शासन-प्रशासन और भ्र्ष्ट उद्योगपति से पूछेंगे कि महासमुन्द जिला में जंगल राज का संदेश दे रहे हैं यह जिला के जिलाधीश,राज्य के मुख्य सचिव और प्रदेश के मुख्यमंत्री जी जबाब दें कि महासमुन्द जिला के समस्त कानून कायदा करणी कृपा प्रायवेट लिमिटेड के पास गिरवी रख दिये हैं क्या ? यह कि जानना चाह रहे हैं कि महासमुन्द के रेस्ट हाउस में जिलाधीश को जो आप आदेश दिए थे कि सत्याग्रही किसानों से मिलकर बिंदुवार चर्चा कर अविलंब ही हल निकालें।इस आदेश का पालन जिलाधीश महासमुन्द को करने के बजाय पहले एसडीएम से मिलने सूचना भेजे एवं चंद पलों पर वह आदेश निरस्त हो गया।यही घटना इस बात की ओर इंगित करता है कि महासमुन्द जिला में मुख्यमंत्री के आदेश का खिल्ली उड़ाना और करणी कृपा स्टील एवं पॉवर प्लांट के मालिक निर्णय चौधरी के हाथ में केंद्रीत है।चैनुराम साहू ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जाहिर किया है और मुख्यमंत्री से पूछा है कि महासमुन्द जिला का कानून कायदा छत्तीसगढ़ शासन का चलता है या करणी कृपा प्रायवेट लिमिटेड का ?साथ ही मुख्यमंत्री महोदय के आदेश का उल्लंघन करने वाले किसानों से नहीं मिलने वाले जिलाधीश महासमुन्द पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं ?।उदयराम चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधीश महासमुन्द द्वारा समन्वय बैठक प्रारंभ किया।करणी कृपा प्रायवेट लिमिटेड के अवैध एवं दस्तावेज विहीन प्रशासन बैठक स्थगित कर आगे किसानों से समय मांगा जिस पर किसानों ने समय दिया।सत्याग्रही किसानों द्वारा दिया गया समय अल्प समय के लिए है।प्रशासन जल्द से जल्द समन्वय बैठक रख कर अवैधानिक कारखाना को बंद करने की घोषणा करे।
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