आमतौर पर मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है लेकिन कई बार ग्रह-नक्षत्रों व सूर्य गोचर के कारण तिथि में असमंजस की स्थिति बन जाती है। इस साल भी कुछ लोग 14 तो कुछ लोग 15 जनवरी की मकर संक्रांति बता रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, सूर्य गोचर 14 जनवरी की रात 08 बजकर 43 मिनट पर होगा। जिसके कारण उदया तिथि में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति के दिन सुकर्मा व धृति योग बन रहे हैं। आप भी जान लें ज्योतिष शास्त्र में वर्णित इनका महत्व-
सुकर्मा व धृति योग की अवधि-
15 जनवरी को सुकर्मा योग सूर्योदय से सुबह 011 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इसके बाद पूरे दिन धृति योग रहेगा।
मकर संक्रांति पर बन रहे शुभ मुहूर्त-
मकर संकांति का पुण्यकाल 15 जनवरी को रहेगा। जिसमें सूर्य के उदय होने के बाद शाम तक दान-पुण्य के कार्य किए जा सकते हैं। इस दिन चित्रा नक्षत्र, शश योग, सुकर्मा योग व धृति योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इन योगों को दान-पुण्य, तीर्थ यात्रा या किसी शुभ कार्य के लिए अति शुभ माना गया है। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्य शुभ फलदायी होते हैं।
मकर संक्रांति पर बन रहे ये शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 05:27 ए एम से 06:21 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:54 ए एम से 07:15 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 12:09 पी एम से 12:52 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:16 पी एम से 02:58 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:43 पी एम से 06:10 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 05:46 पी एम से 07:07 पी एम
अमृत काल- 12:32 पी एम से 02:12 पी एम