तुमगांव । विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,हाईवे स्थिति खैरझिटी,कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से क्षेत्र के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह 327 दिन मौसम खराबी के बाद भी 35 किसान जवान और महिला किसानों ने भाग लिया आज अखंड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व किसान नेता नंदकिशोर यादव,विष्णुराम सिन्हा,रामचरण यादव,हेमसागर पटेल,मोहन यादव, तोषण सिन्हा ने किया ।आज अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को किसान नेता तारेंद्र यादव उप सरपंच,विवेकदास मानिकपुरी,सरजूराम यादव,दशरथ सिन्हा,चमरूलाल यादव,श्रीमती राधाबाई सिन्हा,श्याम बाई ध्रुव, पंचवती यादव आदि ने संबोधित किया।आज अखंड धरना सत्याग्रह को संबोधित करते हुए युवा किसान नेता तरेंद्र यादव उप सरपंच ने कहा कि कोई व्यक्ति की धन से कितना भी बड़ा धनवान हो जाए कानून नीति और जनशक्ति के सामने उसको झुकना ही पड़ेगा।यही हालत करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के मालिक भ्रष्ट उद्योगपति की है जिसने सारे कानून कायदा को ताक में रखकर क्षेत्रीय विधायक, पंचायत प्रतिनिधि और जिला के भ्रष्ट नौकरशाहों को पैसा खिलाकर अवैधानिक रूप से उद्योग लगाने की जिद में फंसा हुआ है।12 जनवरी को त्रिपक्षीय वार्ता में तहसीलदार पटेवा को अधिकारियों ने सीमांकन और निर्माण कार्य की जांच 15 दिन में करने का निर्देश दिया है.
जिस पर मालिडीह,खैरझिटी,कौंवाझर के किसानों को किसान मोर्चा मुनादी कर काबिल कास्त भूमि,वन भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि, घांस भूमि,निस्तारी भूमि का जानकारी देकर विरोध दर्ज करने दे रहा है सूचना ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान उपस्थित रहें।दशरथ लाल सिन्हा ने कहा कि कानून के सामने सबको झुकना पड़ रहा है। अतः जीत कानून और नीति की लड़ाई लड़ने वाले सत्याग्रही किसानों की जीत सुनिश्चित रहता है।श्रीमती राधाबाई सिन्हा ने कहा की छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा शुरू से ही अवैधानिक रूप से उद्योग के निर्माण कार्य का विरोध करते आया है।इसलिए एक के बाद एक मुद्दों पर जीत किसानों की होकर रहेगी।श्याम बाई ध्रुव ने कहा कि प्रजातंत्र में पंचों की बहुमत है बहुमत से पंचायत संचालित होता है। इसी प्रकार से शासन-प्रशासन चलाने के लिए कानून कायदा और वैधानिक प्रक्रिया बनी हुई है।यदि उसका पालन करते हुए भ्रष्ट उद्योगपति दलाल नौकरशाह यदि कानून का पालन नहीं करता तो वहां की कानून कायदा चरमरा जाती है और वहां जंगल राज स्थापित हो जाती है।यही स्थिति महासमुंद जिला में कायम हो चुका है।इसलिए आम जनता की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।सभी लोग अपने अपने स्वार्थ को लेकर मनमानी में तुले हुए हैं।