सिमडेगा. झारखंड में उग्रवादी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। ताजा मामला सिमडेगा का है। यहां पीपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के उग्रवादियों ने बुधवार देर रात बड़ा हमला बोल दिया। उग्रवादियों ने ओड़गा रेलवे स्टेशन के पास निर्माण कार्य में लगी जेसीबी और पोकलेन सहित कई वाहनों में आग लगा दी। उग्रवादियों ने घटनास्थल पर पर्चा भी छोड़ा है जिसमें चेतावनी दी गई है कि किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य संगठन से वार्ता किए बिना ना किया जाए। पुलिस घटना की छानबीन में जुटी है।
ओड़गा रेलवे स्टेशन के पास हुआ हमला
मिली जानकारी के मुताबिक घटना बुधवार देर रात जलडेगा थानाक्षेत्र अंतर्गत ओड़गा रेलवे स्टेशन के पास घटी। यहां पीएलएफआई के हथियारबंद दस्ते ने निर्माण कार्य में लगी जेसीबी और पोकलेन सहित कई वाहनों में आग लगी। वहां रखे पानी के टैंकर को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस को घटना की सूचना मिली तो दलबल के साथ वहां पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है।
पीएलएफआई ने दी ये यह चेतावनी
पीएलएफआई के स्टेट प्रभारी राजेश गोप की ओर से जारी पर्चा में घटना की जिम्मेदारी लेते हुए कहा गया है कि संगठन को सूचित किए बिना निर्माण कार्य किया जा रहा है, इसलिए इस घटना को अंजाम दिया गया। कहा गया है कि यदि संगठन से भविष्य में भी वार्ता नहीं की गई तो ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी।
झारखंड में सक्रिय हैं कई उग्रवादी संगठन
गौरतलब है कि झारखंड में उग्रवादियों के कई संगठन सक्रिय हैं। भाकपा माओवादी, टीपीसी और पीएलएफआई जैसे कई उग्रवादी संगठन आए दिन हिंसक वारदातों को अंजाम देते रहते हैं। हालांकि, नक्सलियों से निपटने के लिए प्रदेश में झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन और झारखंड जगुआर की संयुक्त टुकड़ी ऑपरेशन ऑक्टोपस चला रही है और उसमें उल्लेखनीय सफलता भी मिली है। पिछले साल सितंबर महीने में बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराया गया। दर्जन भर से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है।
इसी बीच भाकपा माओवादी ने 22 जनवरी को 24 घंटे का झारखंड बंद बुलाया है जिसे लेकर पुलिस हाईअलर्ट पर है।