भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने खुद को पद की जिम्मेदारी से अलग कर लिया। भारतीय कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने यह जानकारी देते हुए कहा कि महासंघ की रविवार को अयोध्या में आकस्मिक एजीएम है। इसमें सांसद सिर्फ अपनी बात रखने जा सकते हैं। माना जा रहा है कि इसमें संघ को लेकर मची रार पर भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ को भंग करने का फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है। एक सवाल के जवाब में तोमर ने कहा, अब तक मेरे पास किसी पहलवान की कोई शिकायत नहीं आई है।
टूर्नामेंट के दौरान सांसद महज एक दर्शक की तरह नजर आए। शुभारंभ के बाद इनडोर स्टेडियम में पहुंचे सांसद अन्य उपस्थित विशिष्ट लोगों के साथ मंच पर बैठे रहे। सांसद शनिवार को दिनभर खामोशी अख्तियार किए रहे।
जांच के लिए गठित की गई है कमेटी
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर चोटी के पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए शुक्रवार को सात सदस्यीय समिति गठित की जिसमें एमसी मैरीकॉम और योगेश्वर दत्त जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।
दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम और पहलवान योगेश्वर के अलावा इस पैनल में तीरंदाज डोला बनर्जी और भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के अध्यक्ष सहदेव यादव भी शामिल हैं। यह फैसला आईओए की कार्यकारी परिषद की आपात बैठक में लिया गया। इस बैठक में आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और संयुक्त सचिव कल्याण चौबे के अलावा अभिनव बिंद्रा और योगेश्वर जैसे खिलाड़ियों ने भी भाग लिया। शिवा केशवन विशेष आमंत्रित के रूप में बैठक में शामिल हुए।