पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत का खुलासा हो गया है. पुलिस ने पहले दावा किया था कि सातों ने सुसाइड किया है, लेकिन अब हत्या की बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि चचेरे भाइयों ने ही पुरानी दुश्मनी के कारण एक ही घर के सात लोगों की हत्या कर दी और इसको सुसाइड का रूप दे दिया था. करीब एक हफ्ते में पुणे जिले के दौंड तहसील में भीमा नदी में एक ही परिवार के सात लोगों की लाश मिली थी. शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने दावा किया था कि परिवार की लड़की को गांव के ही एक लड़के से प्रेम था और दोनों गांव से गायब हुए थे, उसके कारण एक ही परिवार के सात लोगो ने आत्महत्या की.
लेकिन जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ी तो हत्या की बात निकलकर सामने आई. जिला ग्रामीण पुलिस की जांच से पता चला है कि ये सात लोग आत्महत्या से नहीं, बल्की मारे गए थे. पुलिस की माने तो इन सातों की नफरत के चलते हत्या हुई थी. पुलिस की जांच से पता चला कि सभी सात हत्याएं चचेरे भाइयों द्वारा की गई थीं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या करने वाले चारों चचेरे भाइयों को पुलिस ने कल देर रात (मंगलवार) को हिरासत में लिया और उनकी एक महिला साथी भी है. पुलिस का दावा है कि इन सभी 7 लोगों को आपसी रंजिश के चलते उनके ही कुछ परिचितों और रिश्तेदारों ने पहले उन्हें कुछ खिलाया, और जब वे बेहोश हो गए तो उन्हें नदी में फेंक दिया.
पुलिस को मृतकों के शरीर पर बाहरी चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं, इसलिए वह फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. इस मामले में पुलिस ने कुल 6 लोगों को अरेस्ट किया है जिनमें एक महिला भी है, जबकि एक आरोपी फरार है. पुणे शहर के यवत गांव के बाहरी इलाके में भीमा नदी पर परगांव पुल के पास सोमवार को 4 और मंगलवार को 3 लोगों के शव मिला था. सभी शव एक दूसरे से करीब 200 से 300 मीटर की दूरी पर पाए गए थे. मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता पवार (40), मोहन और संगीता की बेटी रानी फलवरे, दामाद श्याम पंडित फलवरे और उनके 3 बच्चों के रूप में हुई थी.