मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह है। इस राशि के जातक जोश और उत्साह से भरे हुए होते हैं। मेष राशि के लोग निडर और साहसी होते हैं। यह अपनी शर्तों पर जीवन जीना पसंद करते हैं। मेष राशि के जातक अपने लक्ष्य का निर्धारण करने के बाद उस दिशा में पूरी मेहनत और लगन के साथ लग जाते हैं। लेकिन इनका अधीर स्वभाव इनकी विशेष पहचान है। अगर मेष राशि के जातक अपने इस स्वभाव पर काबू पाना सीख लेते हैं तो वह एक बेहतरीन लीडर बन सकते हैं।
रत्न शास्त्र में हर ग्रह और उससे संबंधित रत्न का जिक्र किया गया है उस ग्रह से संबंधित रत्न धारण करने से ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है और बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं। रत्न शास्त्र में मंगल ग्रह की राशि मेष के लिए कुछ भाग्यशाली रत्न बताएं गए हैं जिन्हें धारण करने से ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है।
मेष राशि के जातकों के लिए सबसे भाग्यशाली रत्न हीरा होता है। हीरा पहनने से मेष राशि के जातक की सभी इच्छाएं पूरी होने लगती है। मेष राशि के जातकों को अपने गुस्से पर काबू रखने के लिए हीरा पहनना चाहिए। इस रत्न को धारण करने से विभिन्न तरह की परेशानी और चिंताओं से छुटकारा मिल जाता है।
इस रत्न को धारण करने से मेष राशि के जातक अपने गुस्से पर काबू रखकर कोई भी फैसला बेहद सोच-विचार कर लेते हैं। हीरा पहनने से बिगड़े हुए प्रेम संबंधों में भी सुधार आने लगता है। बिजनेस और जॉब में तरक्की होने लगती है।
हीरा एक महंगा रत्न है जिसे हर कोई नहीं खरीद सकता है। इसके अलावा मेष राशि के जातक टोपाज, जैस्पर, ब्लडस्टोन, पुखराज और नीलम रत्न भी धारण कर सकते हैं।