रायपुर. महासमुन्द जिला के ग्राम चरौदा निवासी खोजेन्द्र गिरी पिता अरिमर्दन गिरी गोस्वामी ब्याज पर रुपये देने का धंधा करता था जो किसानों को ब्याज में रुपये देकर उनके जमीन की कागजात को अपने पास बंधक रख लेता था और बंधक पत्र के नाम पर किसानों से कुछ कागजात पर दस्तखत करवा लेता था। खोजेन्द्र गिरी गोस्वामी किसानों के बंधक रखे जमीन के कागजात को लेकर फर्जी तरीके से बिक्री बैनामा बनाकर अपने नाम नामांतरण करवाने लगा जिसकी जानकारी बहुत बाद में किसानों को हुई जब धान बेचने के लिए पंजीयन में किसानों के जमीन का रकबा व खसरा नम्बर विलोपित हो गया। अभी भी किसानों का अपनी जमीन पर कब्जा है और किसान कास्तकारी कर रहे हैं लेकिन किसानों का ज़मीन खोजेन्द्र गिरी गोस्वामी के मृत्यु के बाद उनके पुत्रों खोवेन्द्र उर्फ राजन गिरी, संजय गिरी, डिकेश गिरी के नाम पर सीधे नामांतरण किया जा रहा है। ब्याज में लिए गए रुपये जमा करने का कुछ किसानों को खोजेन्द्र गिरी द्वारा कच्चे में रसीद दिया गया है तो कुछ किसानों को रसीद ही नहीं दिया गया। किसानों द्वारा मय ब्याज सहित रुपये जमा करने के बावजूद खोजेन्द्र गिरी ने किसानों को उनके बंधक रखे जमीन का कागजात वापस नहीं किया है।
पीड़ित किसानों ने महासमुन्द जिला में माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उनके भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दिनांक 15/12/2022 को ज्ञापन देकर खोजेन्द्र गिरी गोस्वामी पिता अरिमर्दन गिरी गोस्वामी के नाम हुए किसानों के समस्त बिक्री बैनामा को निरस्त करने की मांग किया है, साथ ही खोजेन्द्र गिरी के वारिसों के नाम किये जा रहे नामांतरण को रद्द कर मूल किसानों के नाम दर्ज करने की मांग किया है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम के पहले पीड़ित किसानों ने जिला कलेक्टर महासमुन्द, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) महासमुन्द, तहसीलदार महासमुन्द अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) व तहसीलदार बागबाहरा. तहसीलदार कोमाखान, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) व तहसीलदार पिथौरा को पत्र देकर गुहार लगा चुके हैं। सुनवाई नहीं होने पर एक बार फिर पीड़ित किसानों ने डाक द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली, आयुक्त कार्यालय रायपुर, ईडी व इओडब्ल्यू कार्यालय दिल्ली, जिला पुलिस अधिक्षक महासमुन्द तथा महासमुन्द जिला अंतर्गत आने वाले थाना खल्लारी, कोमाखान, बुन्देली, पिथौरा को कार्यवाही हेतु पत्र दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य एवं केन्द्र सरकार तक शासन प्रशासान को गुहार लगाने के बावजूद आज तक सुनवाई नहीं हुआ है
पत्रकार वार्ता को पीड़ित किसनों की ओर से अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही और पीड़ित किसानों गुलाब चन्द्राकर, फुलेश्वरी निषाद, चन्दन सिंह यादव हेमेन्द्र साहू, नरेश निराला, डिगेश चन्द्राकर ने सम्बोधित किया। कोमल किशोर