तुमगांव । विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,हाईवे स्थिति खैरझिटी,कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से क्षेत्र के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 341 में दिन लगभग 52 किसान,जवान और महिला किसानों ने भाग लिया।आज अखंड धरना सत्याग्रह नेतृत्व आदिवासी किसान नेता राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के कार्यालय सचिव अशोक कश्यप, डेविड चंद्राकर,दशरथ लाल सिन्हा, रामुदास मानिकपुरी,नाथूराम सिन्हा, विष्णु ध्रुव ने किया।आज अखन्ड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को प्रदेश किसान नेता छन्नूलाल साहू,अलखराम साहू,उदय राम चंद्राकर,लोकेश्वर सेन,सुधु राम पटेल,हेमसागर पटेल,श्रीमती राधाबाई सिन्हा,नीरा बाई ध्रुव सरपंच, पीलीबाई परमार,श्यामबाई ध्रुव आदि ने संबोधित किया।आज अखंड धरना सत्याग्रह को संबोधित करते हुए प्रदेश किसान नेता छन्नूलाल साहू ने कहा कि किसान आंदोलन का क्रांतिकारी जिला महासमुंद की प्रशासनिक व्यवस्था इतनी लचर और भ्र्ष्ट है ऐसा मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखा। प्रजातंत्र में प्रशासन की प्रथम जवाबदारी होती है सर्वप्रथम किसान एवं हर मजदूर और आम जनता के प्रति होती है लेकिन यहां जनता की आवाज सुनने के बजाय भ्रष्ट पूंजीपति करणी कृपा स्टील एवं पावर उद्योग के मालिक की व्यक्तिगत नौकर की तरह काम कर रही है।उदयराम चंद्राकर ने कहा कि महासमुंद जिला की शासन-प्रशासन सारी कानून कायदा को ताक में रखकर और मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना कर भ्रष्ट उद्योगपति के अवैधानिक निर्माण कार्य को संरक्षण दे रहे हैं।अलखराम साहू ने कहा कि अभी अभी 26 जनवरी को स्थल से लेकर महासमुंद जिला सहित पूरे प्रदेश में संवैधानिक गणतंत्र दिवस की महत्ता पर मीडिया के माध्यम से आमजनों को संदेश पहुंचाया गया है। वहीं दूसरी ओर 12 माह से अधिक दिनों तक अखन्ड धरना सत्याग्रह हम किसान कर रहे हैं लेकिन कोई भी शासन प्रशासन के लोग किसानों की बात सुनने के लिए नहीं पहुंचे।श्रीमती नीराबाई ध्रुव सरपंच ने कहा कि हम लोग स्वतंत्र भारत के नागरिक होने के बाद भी संवैधानिक अधिकार से वंचित है यह प्रजातंत्र की मजाक उड़ाने जैसी शर्मनाक घटना है।राधबाई बाई सिन्हा ने कहा कि शासन प्रशासन में बैठे लोग भ्र्ष्ट उद्योगपति के व्यक्तिगत नौकर की तरह काम कर रहे हैं।किसान एवं आम जनता का कोई पूछने वाला नहीं है।
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