रायपुर। प्रदेश भाजपा संगठन में बदलाव के बाद लगातार खींचतान चल रही है। भाजपा इस समय कई खेमों में बंटी नजर आ रही है। यही वजह है कि राष्ट्रीय नेताओं काे कड़ाई से कड़े बाेल बाेलने पड़ रहे हैं। भाजयुमो की नई कार्यकारिणी को लेकर सोशल मीडिया में चल रही जंग को लेकर सह प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने ताे यहां तक कह दिया है कि अगर इसी तरह से लड़ते रहे और एकजुट हाेकर काम नहीं किया ताे जिस तरह से 15 साल तक भाजपा सत्ता में रही है, उसी तरह से 15 साल विपक्ष में बैठना पड़ सकता है।
दरअसल ठाकरे परिसर में भाजयुमो के तीन पूर्व अध्यक्षों और उनकी पूरी टीम की समझाने और उनसे जानने की क्या परेशानी है, नितिन नवीन ने बैठक लेकर सबकी क्लास ली। इसमें सभी से मिल जुलकर काम करने की नसीहत देने के साथ सख्त लहजे में कहा, अगर इस बार सरकार नहीं बनी तो आगे भूल जाएं। बैठक में जिन पूर्व पदाधिकारियों को कोई जिम्मा नहीं मिल पाया है, उनको जिम्मा देने के लिए उनके नाम लिखे गए हैं।
नए भाजयुमाे अध्यक्ष की कार्यकारिणी पर बवाल
प्रदेश भाजपा संगठन में जो बदलाव हुए हैं, उसमें भाजयुमो का अध्यक्ष भी बदला गया और इसके बाद नए अध्यक्ष रवि भगत ने कुछ दिनों पहले ही अपनी कार्यकारिणी का ऐलान किया है। इसके बाद से इस मामले में बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया में भाजयुमाे के ही वाट्सएप ग्रुप में भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष को भालू, गीदड़ कहने के साथ गालियां तक दी गई हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ही प्रदेश सह प्रभारी नितिन नवीन ने मंगलवार को भाजयुमो के तीन पूर्व अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव, विजय शर्मा और अमित साहू को अपनी-अपनी पुरानी कार्यकारिणी के साथ तलब किया और इनसे बात की।
जमकर बरसे नितिन
बैठक में सहप्रभारी नितिन नवीन सभी पर जमकर बरसे। उन्होंने साफ कहा, जिस तरह की खींचतान चल रही है, वह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, आप और हम सबको आज यह मौका मिला है तो उस पर हम सबको खरा उतरते हुए अपनी पार्टी को वापस सत्ता में लाने का काम करना है। जरूरी नहीं है कि इस साल के बाद आपको या मुझे फिर से यह मौका मिले, इसलिए यही वक्त है, सारे गिले शिकवे भुलाकर एकजुट होकर काम करें और वापस प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने का काम करें। अगर इस बार चूक तो फिर आगे मौका मिलेगा या नहीं कोई नहीं जानता है।
जिम्मेदारी देने का वादा भी
बैठक में सभी से वन टू वन बात करके श्री नवीन ने जानने का प्रयास किया कि किसके पास इस समय क्या जिम्मेदारी है। जिनके पास कोई जिम्मेदारी नहीं है, उनके नाम लिखे गए और उनको आश्वासन दिया गया कि उनको प्रदेश संगठन में कोई न कोई जिम्मेदारी दी जाएगी।
पांच साल बाद काैन कहां हाेगा किसे पता
नितिन नवीन का इस मामले में कहना है, आज हमकाे जिम्मेदारी मिली है ताे सभी को मिल जुलकर वापस सरकार बनाने का काम करना है। पांच साल बाद कौन कहां होगा, पता नहीं। जरूरी नहीं पांच साल हम लोगों को फिर से जिम्मेदारी मिलेगी। इसलिए इस बार पूरे जाेर के साथ सरकार बनाने का काम करना है।