डॉ. जवाहर सुरीसेट्टी ने परीक्षा भय पर छात्रों के लिए एक शानदार प्रशिक्षण सत्र लिया और उन्हें बताया कि कैसे वे कोविड परिदृश्य के बाद सबसे प्रभावी ढंग से परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए कि कैसे एक छात्र को परीक्षा के लिए तैयार किया जा सकता है जैसे टाइम टेबल की तैयारी, लक्ष्य निर्धारण और उचित नींद चक्र को पूरा करना। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को 7 घंटे के बाद फिर 48 घंटे के बाद और फिर एक सप्ताह के बाद जो कुछ भी पढ़ना चाहिए उसका रिवीजन करना चाहिए क्योंकि इससे जो कुछ भी पढ़ा जाता है वह हमारी स्थायी मेमोरी में जमा हो जाता है और हमें एक टू-डू सूची बनानी चाहिए और फिर देखना चाहिए कि हमारे पास फुरसत का समय कहां है और उस समय अतिरिक्त पढ़ने की कोशिश करें और हमें अपनी टू-डू सूची में जो कुछ भी है उसे हमेशा करना चाहिए और बहाने नहीं बनाने चाहिएइसके साथ। जैसे-जैसे परीक्षा के दिन आ रहे हैं, वैसे-वैसे प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य छात्रों को बिना किसी डर के अपना पूरा देने के लिए प्रेरित करना था क्योंकि डर से हम घबरा जाते हैं और हम उन चीजों में गलतियाँ भी करते हैं जिन्हें हम अच्छी तरह से जानते हैं।
सत्र के बाद छात्रों ने अपने प्रश्न भी पूछे और सर ने उनका उत्तर दिया और छात्रों में एक बहुत ही सकारात्मक बदलाव देखा गया। कार्यक्रम समन्वयक जेसी चंदन कुमार व कार्यक्रम निदेशक जेसी मनन बाफना थे।
यह आयोजन अध्यक्ष श्री राजेश अग्रवाल, समन्वयक जया अरोड़ा, समन्वयक डॉ. ऋषि दीवान पाण्डेय, एमएआईसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा के मार्गदर्शन में किया गया।