रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बस्तर में जनप्रतिनिधियों की हत्या के मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने एनआईए को पत्र लिखने का समर्थन किया है. मरकाम ने कहा कि हम भी चाहते है दोषियों पर कार्यवाही हो.
मोहन मरकाम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हमने झीरम घाटी घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी. सदन में सर्वसम्मति से जांच कराए जाने का प्रस्ताव पारित हुआ. लेकिन केंद्र सरकार ने जांच से मना कर दिया. इसमें भाजपा का दोहरा चरित्र दिखता है. मुद्दाविहीन भाजपा इसे मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने पहले ही कह चुके है केंद्र सरकार जिस भी एजेंसी से जांच करा लें, हम जांच कराने के लिए तैयार है.
कांग्रेस महाधिवेशन के लिए लगाए गए पोस्टर को लेकर पीसीसी के आदेश और नाराजगी पर मोहन मरकाम ने कहा कि नहीं, ऐसा नही है. AICC के गाइडलाइन के तहत महान महापुरुषों की वहां फोटो लगती है. उसमें किसी नेता का फोटो नहीं लगता है. उसमें स्लोगन होते हैं. उदयपुर, बुरारी, दिल्ली, हैदराबाद में भी राष्ट्रीय अधिवेशन में हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं, हमारे जितने भी प्रधानमंत्री रहे हैं, हमारे जो नेता रहे हैं, उनके स्लोगन के साथ, फोटो के साथ, उनके पूरे फ्लेक्स लगे. उससे पूरा संदेश दिया जाता है.
अनेक संगठन के आंदोलन को लेकर मोहन मरकाम ने कहा हमें उम्मीद हैं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हों, रसोइया हों या अनियमित कर्मचारी हों, उनके पक्ष में सरकार इस बार के बजट में कुछ ना कुछ करेगी.
राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियों को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि इसकी व्यापक तैयारी चल रही हैं. 20 फरवरी तक तैयारी लगभग पूरी हो जाएगी. राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. अलग-अलग कमेटियों के माध्यम से तैयारियां की जा चुकी हैं. वहीं आवास के मुद्दे पर बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि बीजेपी से कहना चाहता हूं कि वे केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ के आवास की राशि उपलब्ध कराएं. हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को आवास उपलब्ध कराएगी.