छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में महिला के बाद एक बच्ची की मौत का मामला सामने आया है. राजस्थान बाड़मेर से मां अपने बच्ची को लेकर पहुंची थी. बागेश्वर महाराज ने बच्ची को भभूती भी दी और कहा कि यह शांत हो गई है, इसे ले जाओ. मौत के बाद बच्ची को सरकारी एम्बुलेंस भी नहीं मिली. जिसके बाद परिजन 11,500 में प्राइवेट एंबुलेंस से राजस्थान ले गए.
जानकारी के मुताबिक 10 वर्षीय बच्ची विष्णु कुमारी 17 फरवरी को राजस्था के बाड़मेर से माता-पिता के साथ बागेश्वर धाम आई थी. परिजनों के अनुसार बच्ची को मिर्गी के दौरे पड़ते थे, जब उन्होंने यहां के चमत्कार के बारे में सुना तो वे उसे बागेश्वर धाम ले आए. बच्ची रातभर जागती रही, जिस कारण दोपहर में जब उसकी आंखें झपकीं तो परिजनों ने समझा कि वो सो रही है. लेकिन शरीर में कोई हलचल न होने पर वे आशंकित हुए तो उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया.
बच्ची की मामी ने बताया कि वह डेढ़ साल से धाम आ रही है. इस बार 17 फरवरी, शनिवार से युवती को ज्यादा परेशानी हो रही थी. जब उसे बाबा जी के पास ले गए, उन्होंने भभूति भी दी. इसके बावजूद बच्ची नहीं बची है. परिजनों से बागेश्वर महाराज ने कहा कि यह शांत हो गई है, इसे ले जाओ.
जब बच्ची की मौत हो गई, तो उसे घर ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुई. परिजन उसे अपने घर राजस्थान के बाड़मेर ले जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें सरकारी एंबुलेंस नहीं मिली, इसलिए उन्होंने 11,500 रुपये में निजी एंबुलेंस बुक की और घर ले गए.