म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान एक आसान और लोकप्रिय तरीका है. SIP के क्रेज का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनवरी 2023 में 13856 करोड़ का रिकॉर्ड निवेश हुआ है. ऐसे शेयर जो एकमुश्त पैसा नहीं लगा सकते, उनके लिए यह सुविधा है कि वे हर महीने एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.
SIP के जरिए शेयर करना नियमित निवेश की आदत है. एक फायदा यह भी है कि निर्दिष्ट रेटिंग की मदद से दृष्टि का ध्यान रखा जा सकता है. इसका मतलब यह है कि कोई व्यक्ति निवेश शुरू करने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्य के अनुसार निवेश की राशि, रिटर्न का अंदाजा लगा सकता है.
एसआईपी एक आसान तरीका है. इसकी मदद से डीवीडी एसआईपी के जरिए अपने म्यूचुअल फंड निवेश के रिटर्न का सर्वे कर सकते हैं. हाल के वर्षों में, एसआईपी निवेश युवा सहस्राब्दी, 20-30 वर्ष की आयु के युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हो गया है.
आम तौर पर SIP ब्रोकरेज को स्टॉक में उनके म्यूचुअल फंड निवेश के बारे में एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया था. हालांकि, हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड योजनाओं का वास्तविक रिटर्न कई कारकों पर निर्भर करता है. सर्टिफिकेशन एक रिपोर्ट देता है, जो अनुमानित ब्लूप्रिंट रिटर्न रेट पर आधारित होता है. Read More – नहीं रहे साउथ फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर कॉमेडियन मयिलसामी, फैन्स के साथ दिग्गज कलाकारों ने जताया शोक …
एसआईपी कैलकुलेटर बेहद फायदेमंद है, जिससे आप कहीं भी बैठकर निवेश कर सकते हैं. SIP सर्टिफिकेशन एक फॉर्मूले पर काम करता है.निवेश की गई राशि × ({[1 + आवधिक ब्याज दर] भुगतान की कुल संख्या – 1} / ब्याज की आवधिक दर) × (1 + आवधिक ब्याज दर) है.
अचल को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने से बाजार के जोखिम भी जुड़े रहते हैं. इसलिए इनके ब्याज की दर भी बाजार की चाल पर निर्भर करती है. यह बढ़ या घट सकता है. इससे आपका रिटर्न कार्ड भी बदल सकता है.