आठ राज्यों में 76 स्थानों पर एनआईए ने राष्ट्रव्यापी छापेमारी में आतंकियों और गैंगस्टर के नेटवर्क पर बड़ी चोट पहुंचाई है। खालिस्तानी समर्थक लकी खोकर उर्फ डेनिस समेत लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कई गैंगस्टर्स गिरफ्तार हुए हैं। लकी खोकर कनाडा के कुख्यात आतंकवादी अर्श डल्ला का करीबी सहयोगी है। एनआई ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी, दिल्ली, एनसीआर, महाराष्ट्र और एमपी में मारे गए अन्य लोगों में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और गोल्डी बराड़ के सहयोगी भी शामिल हैं।
एनआईए ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हाल ही में उन्होंने 8 राज्यों के करीब 76 जगहों पर छापेमारी की थी। ये कार्रवाई आतंकी और गैंगस्टर्स के खिलाफ की गई थी। इस रेड में एजेंसी की मदद से पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी और कनाडा के कुख्यात अर्श डल्ला के करीबी सहयोगी लकी खोकर को गिरफ्तार किया है। बठिंडा निवासी खोकर को मंगलवार को राजस्थान के श्रीगंगानगर से गिरफ्तार किया गया। वह कनाडा में अर्श डाला के सीधे और लगातार संपर्क में था और उसके लिए भारत में खालिस्तानी समर्थकों की भर्ती देखता था।
एनआईए के मुताबकि, आतंक संबंधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए खोकर अर्श से पैसा लेता था। उसने अपने निर्देश पर पंजाब में अर्श दल्ला के सहयोगियों को हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराया, जिसका इस्तेमाल अर्श दल्ला के निर्देश पर पंजाब में हाल ही में हुई हत्या को अंजाम देने के लिए भी किया गया था।
एनआईए की जांच में अब तक सामने आया है कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, फिलीपींस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे और जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से अपने आतंक और आपराधिक गतिविधियों की योजना बना रहे थे। ये समूह ड्रग्स और हथियारों की तस्करी, हवाला और जबरन वसूली के जरिए लक्षित हत्याएं कर रहे थे और अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।
एनआईए के एक प्रवक्ता के अनुसार, खोखर दल्ला के लिए काम कर रहा था, जो खालिस्तान लिबरेशन फोर्स, बब्बर खालसा सहित कई खालिस्तानी आतंकी संगठनों के लिए भारत में अंतरराष्ट्रीय और अंतर-राज्यीय सीमाओं पर अंतर्राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सिख यूथ फेडरेशन के लिए हथियारों, गोला-बारूद, विस्फोटकों, आईईडी आदि की तस्करी में शामिल रहा है।
गिरफ्तार अन्य लोगों में हरिओम उर्फ टीटू, लखवीर सिंह शामिल हैं। लखवीर के कब्जे से नौ हथियार बरामद किए गए हैं। वह एक कुख्यात अपराधी और छोटू राम भाट का सहयोगी है, जिसे पहले इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने इस मामले में अब तक कौशल चौधरी, अमित डागर, सुखप्रीत सिंह, भूपी राणा, नीरज बवाना, नवीन बाली और सुनील बालियान समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्रवक्ता के अनुसार सुरेंद्र चौधरी और दलीप बिश्नोई, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया और कनाडा के अपराधी गोल्डी बराड़ के कुख्यात साथी हैं। उन्हें लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से धन जुटाने, युवाओं की भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह मामला एनआईए ने पिछले साल अगस्त में भी दर्ज किया था।