मुंबई : अमेरिका के केंद्रीय बैंक फ़ेडरल रिजर्व के मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए ब्याज दरें बढ़ाने की आशंका से बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांकों में गिरावट आई। विदेशी पूंजी की निकासी और अमेरिकी बाजार में मिलेजुले रूख से भी निवेशकों का धारणा प्रभावित हुई।
इस दौरान बीएसई सेंसेक्स 92.7 अंक गिरकर 59,652.28 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 34.5 अंक टूटकर 17,519.80 पर था। इसके बाद दोनों ही सूचकांकों में और गिरावट आई और सेंसेक्स 279.27 अंक गिरकर 59,465.71 अंक पर आ गया जबकि निफ्टी 60.80 अंक टूटकर 17,493.50 अंक पर था। सेंसेक्स में एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, टाइटन, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, एचडीएफसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज और कोटक महिद्रा बैंक गिरने वाले प्रमुख शेयर थे।
दूसरी ओर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस, टेक महिद्रा, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और सन फार्मा में तेजी रही। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया, हांगकांग और चीन लाभ के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को मिलजुले रूख के साथ बंद हुए थे।
इससे पहले बुधवार को तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 927.74 अंक यानी 1.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,744.98 अंक पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 272.40 अंक यानी 1.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ चार महीने के निचले स्तर 17,554.30 अंक पर बंद हुआ था। अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.45 प्रतिशत चढ़कर 8०.96 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।