नई दिल्ली. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को एक सख्त संदेश में कहा है कि टेरर फंडिंग पर कार्रवाई करने में पाकिस्तान की प्रगति पर नजर रखी जा रही है। एफएटीएफ की यह टिप्पणी आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के पाकिस्तान में सार्वजनिक रूप से देखे जाने के बाद काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। एफएटीएफ के अध्यक्ष टी राजा कुमार ने कहा कि हमने पिछले साल अक्टूबर महीने में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया था, लेकिन, विशिष्ट मीडिया रिपोर्टों के बाद अब हम पाकिस्तान पर नजर रख रहे हैं।
FATF के अध्यक्ष टी. राजा कुमार ने कहा, “मैं विशिष्ट मीडिया रिपोर्टों पर अटकलें नहीं लगाऊंगा। लेकिन मुझे लगता है कि इस बात पर जोर देना महत्वपूर्ण है कि हमारे द्वारा पाकिस्तान की प्रगति की निगरानी जारी है।” उन्होंने यह बात पेरिस में पांच दिवसीय पूर्ण बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कही।
गौर हो कि अमेरिकी विदेश विभाग में सूचीबद्ध आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन हिजबुल मुजाहिदीन के नेता बशीर अहमद पीर के जनाजे की नमाज अदा कर रहा था। पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा संरक्षित एक वायरल वीडियो में, हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख ने भारत को बर्बाद करने की धमकी भी दी। एफएटीएफ ने इसी वायरल वीडियो को लेकर पाकिस्तान को फटकार लगाई है। पाकिस्तान के लिए एफएटीएफ की टिप्पणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पाकिस्तान को पिछले साल FATF की ग्रे लिस्ट से हटा दिया गया था लेकिन उसे अभी भी अपनी प्रतिबद्धताओं के तहत 2 कार्य योजनाओं को पूरा करने की जरूरत है।
एफएटीएफ अध्यक्ष ने बताया, “पाकिस्तान ने उच्च स्तरीय राजनीतिक प्रतिबद्धता के आधार पर 34 कार्य योजनाओं को पूरी तरह या पर्याप्त रूप से पूरा करने के लिए भी कार्रवाई की है। मैं पाकिस्तान से आग्रह करूंगा कि वह इसे जारी रखे। अपनी शेष कार्य योजनाओं को भी पूरा करें, साथ ही यह सुनिश्चित करें कि वह प्रतिबद्धता के साथ एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग/टेरर फंडिंग के खिलाफ अपना अभियान जारी रखे हुए है।”