रायपुर, राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजनांतर्गत राज्य शासन की मंशा अनुरूप कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र विस्तार एवं उत्पादन में वृद्धि करना है। इस योजना के अंतर्गत मुंगेली जिले के 443 सदस्यीय कृषकों की टीम ने 30 जनवरी से 1 फरवरी, 2 से 4 फरवरी, 6 से 8 फरवरी, 9 से 11 फरवरी, 20 से 22 फरवरी तथा 23 फरवरी से 25 फरवरी 2023 तक राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (समेती) लभाण्डी रायपुर में प्रशिक्षण प्राप्त करने भ्रमण किया तथा उन्होंने नवीन तकनीक से खेती करने का तरीका भी सीखा।
मुंगेली जिले के कृषकों ने उद्यानिकी फसलों से संबंधित उन्नत तकनीक से खेती (फल व सब्जी), समन्वित कीट प्रबंधन, बीमारियों के रोकथाम की जानकारी, बीज उत्पादन, तकनीक, बहुवर्षीय सब्जियों की खेती, पुष्प उत्पादन तकनीक व संभावनाएं, मशरूम उत्पादन, कंद वर्गीय सब्जियों की खेती, उद्याकिनी की खेती में प्रयोग होने वाले यंत्रों की जानकारी ली। साथ ही कृषकों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के टीशू कल्चर प्रयोगशाला, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, संरक्षित खेती प्रक्षेत्र, कृषि विज्ञान केन्द्र प्रक्षेत्र का भ्रमण व शासकीय बीज प्रांगण प्रक्षेत्र बाना का भी भ्रमण गया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों, कृषि विज्ञान केन्द्र के विषय-वस्तु विशेषज्ञ और संस्थान के अधिकारियों ने उक्त विषयों में तकनीकी जानकारी कृषकों को दी।
मुंगेली जिले लोरमी ब्लॉक के झेरिया ग्राम के बैगा जनजाति के 14 महिलाओं तथा 55 पुरूषों ने 23 फरवरी से 25 फरवरी के भ्रमण दौरे में प्रशिक्षण प्राप्त किया। भ्रमण दौरे में आए कृषकों ने राज्य सरकार की इस नवीन तकनीक की सराहना करते हुए इसे अपनाने की बात कही। कृषकों को राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा पुनर्मूल्यांकन व प्रमाण पत्र वितरण किया गया।