तुमगांव . विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,विधायक विनोद चंद्राकर की दलाली से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक हटाओ सिरपुर महासमुन्द बचाओ,हाईवे स्थित खैरझिटी, कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि, गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,वन भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखन्ड धरना सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 370 वें दिन 58 किसान,जवान और महिला किसानों ने भाग लिया। आज धरना सत्याग्रह का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,दशरथ लाल सिन्हा,डेविड चंद्राकर,रूपसिंह निषाद,डोमार सिंह ध्रुव,लीलाधर पटेल,तोषण सिन्हा,घनश्याम पटेल, धर्मेंद्र यादव,बिसरूराम ध्रुव ने किया। आज अखंड धरना सत्याग्रह की सभा को राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप, उदयराम चंद्राकर,सुध्दूराम पटेल, मोहन यादव,डेविड चंद्राकर,दशरथ लाल सिन्हा,श्रीमती डिग्रेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच,ननकुनिया पारधी, राधाबाई सिन्हा,शर्मिला टंडन,खेमिन साहू,श्याम बाई ध्रुव आदि ने संबोधित किया। आज अखंड धरना सत्याग्रह को संबोधित करते हुए किसान नेता उदयराम चंद्राकर ने कहा कि शासन-प्रशासन जिस भाषा को समझती है उसी भाषा का प्रयोग सत्याग्रही किसान करने को विवश होंगे।साथ ही आंदोलन का विस्तार करेंगे।अशोक कश्यप ने कहा कि शासन प्रशासन में बैठे लोग संविधान और गीता की कसम खाते हैं। लेकिन जवाबदेही के समय उसी संविधान और गीता की अवहेलना करते हैं। यह पूर्ण रूप से असंवैधानिक, प्रजातांत्रिक तथा अव्यवहारिक कृत्य है।सत्याग्रह से अवैधानिक निर्माण कार्य करने वाले करणी कृपा उद्योग के संचालक चारों तरफ से घेरे में आ गए हैं जिसके घबरा कर गांव-गांव शराब बंटवाना,पैसे बांटना सत्याग्रह को तोड़ने का कुटिल चलाया है।किसानों ने कमर कसी।महिला किसानों ने गांव-गांव समा बांधा माननीय उच्च न्यायालय में 13 मार्च को किसानों के पक्ष पर होगा सुनवाई। दशरथ सिन्हा ने कहा कि भ्र्ष्ट उद्योगपति करणी कृपा उद्योग के संचालक जितना भी हतकंडा अपना ले सत्याग्रहियों को नहीं तोड़ सकता।श्रीमती डिगेश्वरी चंद्राकर पूर्व सरपंच ने कहा कि नारी शक्ति एक बार जिस बात को ठान लेती हैं उसे वह पूरा करके ही छोड़ती है।इसीलिए करणी कृपा प्लांट को निरस्त करने के लिए गांधीवादी तरीके से सबसे लंबी लड़ाई लड़कर केवल महासमुंद जिला ही नहीं वरन पूरा छत्तीसगढ़ में इतिहास रचने का काम किया है। राधाबाई सिन्हा ने कहा कि औद्योगिक प्रदूषण से विश्व धरोहर सिरपुर पर्यटन स्थल को बचाने के लिए तथा भावी पीढ़ी की जीवन को सुरक्षित रखने के लिए नारी शक्ति कुछ भी कदम उठाने के लिए बाध्य हो सकती है।
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