रायपुर । विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,विधायक विनोद चंद्राकर की दलाली से क्षेत्र के किसान मजदूर हो रहे हैं बेहाल विधायक हराओ सिरपुर महासमुन्द बचाओ किसानों का चलाया गया अभियान विधायक को हटाते तक जारी रखेंगे,हाईवे स्थित खैरझिटी, कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि, गरीबों का क़ाबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,वन भूमि, शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से अंचल के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखन्ड धरना सत्याग्रह चल रहा है।आज अखन्ड सत्याग्रह के 379 वें दिन त्योहार के बावजूद भी 26 किसान, जवानों ने भाग लिया।आज अखंड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,दशरथ सिन्हा, डेविड चंद्राकर,लीलाधर पटेल,धर्मेंद्र यादव,कुमार बरिहा ने किया।अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को राज्य आंदोलन कारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप,सुधुराम पटेल,बिषरू ध्रुव, डेविड चंद्राकर,तोषण सिन्हा, हेमसागर पटेल,बोधन यादव,पवन यादव आदि ने संबोधित किया।अखंड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राज्य आंदोलनकारी आदिवासी किसान नेता अशोक कश्यप ने कहा कि ऐतिहासिक और इतनी लंबी लड़ाई के सफल होने के पीछे कार्यकर्ताओं का समर्पण, अनुशासन,धौर्य महत्वपूर्ण कारण है।साथ ही किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी श्री अनिल दुबे जी का लंबा अनुभव एवं कुशल नेतृत्व को श्रेय जाता है।इसके अलावा महिला किसानों के नेतृत्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना और धौर्य के साथ कार्य करने को जाता है। डेविड चंद्राकर ने कहा कि प्रजातंत्रीय व्यवस्था में संविधान तथा प्रजा का विशेष महत्व होता है।
लेकिन भ्र्ष्ट उद्योगपति करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के मालिक के समस्त अवैधानिक कार्यो को संरक्षण देने में लगे हुए हैं।इसके पीछे जिला प्रशासन और स्थानीय विधायक की दलाली के चलते हो रहा है।जिसे सत्याग्रही किसान भी माफ नहीं करेंगे।बिषरू राम ध्रुव ने कहा कि महासमुन्द विधानसभा आदिवासी बहुल क्षेत्र है।इसके उपरांत भी महासमुन्द विधानसभा को न तो आरक्षित किया और न ही आदिवासी भाइयों को विकास की मुख्य धारा में लाने के लिए कोई भी प्रयास नहीं हो पाया है।हेमसागर पटेल ने कहा कि जिलाधीश महासमुन्द को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों से बैठकर उनकी मांगों पर संवैधानिक हल निकालने का दिया गया निर्देश का क्या हुआ ?क्या जिलाधीश करणी कृपा प्रायवेट लिमिटेड के नौकर हैं जिसका जबाब नहीं दिए,किसानों के मांगों पर तो बात करनी ही होगी और किसानों के समस्याओं का संवैधानिक समाधान करना ही होगा।