सुकमा. नक्सल प्रभावित क्षेत्र सुकमा जिले में ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. आज 5 लाख की इनामी महिला नक्सली ने सरेंडर (Naxalite Surrender) किया है. इनामी नक्सली महिला (naxalite woman) 20 वर्षो से नक्सल संगठन में सक्रीय थी. आत्मसमर्पित (surrendered) महिला नक्सली पूर्व बस्तर डिवीजन में एलजीएस कमांडर (LGS Commander) के पद पर कार्यरत है.
राज्य सरकार के “पुनर्वास नीति” का प्रचार-प्रसार व जिला पुलिस सुकमा द्वारा चलाये जा रहे ” पूना नर्कोम अभियान” से प्रभावित होकर नक्सली कमांडर संतो उर्फ रामे ने आत्मसमर्पण किया है. जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित महिला नक्सली पूर्व बस्तर डिवीजन में एलजीएस कमांडर के पद पर कार्यरत रह कर विगत 20 वर्षो से नक्सल संगठन में सक्रिय रही है. महिला नक्सली को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी दोरनापाल व 74 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा.
इनामी नक्सली महिला इन वारदातों में रही शामिल
वर्ष 2003 दिसंबर तक एरिया सीएनएम सदस्या (इन्द्रावती एरिया कमेटी) कमाण्डर रही.
वर्ष 2004-2009 तक कम्पनी नंबर 01 माड़ डिवीजन अंतर्गत (पार्टी सदस्य) कमाण्डर बनकर रही.
वर्ष 2009 – 2013 तक जगदलपुर जेल में रही.
वर्ष 2014 – 2016 तक आमदई एरिया कमेटी केएएमएस सदस्या (एसीएम) अध्यक्ष रही.
वर्ष-2017 – 2023 अब तक आमदई एलजीएस कमाण्डर (ACM) रही.
महिला नक्सली रामे प्रतिबंधित नक्सली संगठन में अनेक पदों पर सक्रिय रहते हुए जिला नारायणपुर एवं जिला कोण्डागांव के क्षेत्र में विभिन्न नक्सली गतिविधियों में शामिल रही. आत्मसमर्पित महिला नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान किये जाएंगे.