अगर आप केंद्रीय कर्मचारी हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। दरअसल, बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। मैसेज में दावा किया गया है कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (Central Government Health Scheme या CGHS) को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (ABHA) से जोड़ने की योजना है। मैसेज के मुताबिक इसका मकसद CGHS लाभार्थियों को निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पतालों में इलाज मुहैया कराना है।
अब पीआईबी फैक्टचेक में इस मैसेज को फर्जी बताया गया है। पीआईबी फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल के मुताबिक यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार ने ऐसा ऐलान नहीं किया है।
बीते दिनों ऐसी खबरें आई थीं कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के साथ स्वास्थ्य योजना (CGHS) को इंटीग्रेट करने की योजना पर विचार हो रहा है। इसका मकसद CGHS लाभार्थियों की डिजिटल स्वास्थ्य पहचान बनाना और उनके डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को कलेक्ट करना है।
CGHS योजना के बारे में: बता दें कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना, सेंट्रल गवर्नमेंट की हेल्थ स्कीम है। इसके तहत केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके आश्रितों का इलाज होता है। देश के 75 शहरों में इसके लगभग 450 वेलनेस सेंटर काम कर रहे हैं। योजना के तहत सरकारी कर्मचारियों को अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती है। योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति के पास CGHS कार्ड होना जरूरी होता है।