रायपुर. मॉडल युवती नेहा के संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस के हाथ डेढ़ महीने बाद भी खाली है। पुलिस ने मर्ग कायम कर डेढ़ महीने बाद भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इंतजार में है। घटना के संबंध में मिली जानकारिनुसार परिजनों को लड़की की मौत की जानकारी तीन दिन बाद उसके घर जाने के बाद मिली, लाश तीन दिनों तक पखे में लटका रहा। पुलिस की फॉरेंसिक टीम भी मौके पर गई थी पर उन्हें कुछ खास नहीं मिला, पुलिस ने बिसरा प्रिजर्व किया है।
इस घटना कांड की परत दर परत खुलने पर नई जानकारी सामने आ रही है। एक पत्र स्वतंत्र बोल को मिला है जिसे नेहा द्वारा लिखा बताया जा रहा है, जिसमे उसने अपने बॉयफ्रेंड मयंक मोटवानी पर गंभीर आरोप लगाया है। पत्र के अनुसार मयंक उससे शादी का वादा किया था, नेहा द्वारा उसे शादी करने के लिए कहने घरवालों के नहीं शादी के लिए तैयार नहीं होने की बात कर उसे छोड़कर चला गया और तीन चार दिनों तक नहीं लौटा।
इस दौरान उसने अपने फ़ोन भी बंद कर दिया तो मृतिका उसके घर पहुंच गई थी। जहाँ उसके पिता दीपक मोटवानी ने उसे मयंक के घर में नहीं होने और मोबाइल घर में छोड़कर जाने संबंधी बाते बताया था। इससे निराश युवती ने पुलिस थाने में मयंक के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत पर पुलिस द्वारा मयंक और पिता दीपक मोटवानी को पूछताछ के लिए बुलाने पर मयंक ने उसके साथ लिव इन में रहने और नेहा के आरोपों को सही बताया था। विश्वस्त जानकारी अनुसार इस दौरान नेहा को समझौता कर शिकायत वापस लेने और मयंक से अलग होने के करीब 75000 हजार रुपये मयंक और उसके परिजनों के द्वारा दिया गया था, जिसे बाद में नेहा के कमरे की आलमारी से उसकी माँ वंदना ने बरामद करना स्वीकार किया है। बताते है कि मध्यस्थता नीतिन मोटवानी द्वारा कराया गया था और वह पैसा भी नीतिन ने संबंधितो को दिया था। अपनी बेटी को असमय खोने और पुलिस की अब तक कार्यवाही से निराश नेहा के परिजन पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत कर उच्च स्तरीय जाँच की मांग कर सकते है।