दिल्ली में वाहनों की संख्या में भारी कमी आई है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2021-22 में राजधानी में पंजीकृत वाहनों की संख्या घटकर अब 79.17 लाख हो गई है. साल 2020-21 में यह संख्या 1 करोड़ 22 लाख 53 हजार 350 थी. आपको बता दें कि दिल्ली के परिवहन विभाग ने पिछले कुछ महीनों में तकरीबन 50 लाख वाहनों के रजिस्ट्रेशन रद्द किए हैं. रजिस्ट्रेशन रद्द किए वाहनों में 10 साल से पुराने डीजल वाहन और 15 साल से पुराने पेट्रोल वाहन शामिल हैं.
राजधानी में कुल 122.53 लाख हैं मोटर चालित वाहन
आदेश के अनुसार नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों को जब्त कर लिया जाता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में वाहनों की वार्षिक वृद्धि 2005-06 में 8.13 प्रतिशत थी, जो 2020-21 में गिरकर 3.03 प्रतिशत हो गई. हालांकि, इसी अवधि में प्रति हजार आबादी पर वाहनों की संख्या 317 से बढ़कर 655 हो गई. राजधानी में कुल मोटर चालित वाहन 122.53 लाख हैं. कार और जीप की संख्या कुल पंजीकृत मोटर चालित वाहनों का लगभग 28 प्रतिशत है, जबकि दोपहिया वाहन कुल पंजीकृत वाहनों के लगभग 67 प्रतिशत हैं.
ये है सबसे बड़ी वजह
वर्ष 2021 में दिल्ली में पंजीकृत वाहनों की संख्या में तेजी से गिरावट आई और मात्र 79 लाख 17 हजार 898 वाहन बचे. इस तरह 43 लाख 35 हजार 452 वाहन कम हो गए. वाहनों की संख्या में यह कमी 35.4 फीसद है. दिल्ली सरकार ने सोमवार को जो आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया है ये बात उसकी रिपोर्ट में कही गई है. आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार 17 साल में यह पहला अवसर है जब दिल्ली में पंजीकृत वाहनों की संख्या में कमी देखी गई. इसका एक बड़ा कारण तो यह है कि दिल्ली सरकार ने 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों के परिचालन पर और 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है.