बुधवार को रायपुर शहर में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में निकाली गई रैली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा। भारतीय जनता पार्टी के विधायक बृजमोहन अग्रवाल, धरमलाल कौशिक और विधायक धर्मजीत सिंह ने रायपुर में देश विरोधी गतिविधियां बढ़ने के दावे के साथ पुलिस के विफल होने का आरोप सरकार पर लगाया। दूसरी तरफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में रैली निकालने वालों को पुलिस ने नोटिस जारी किया है।अब रैली का आयोजन करने वालों के सुर भी बदल चुके हैं।
बुधवार को अमृतपाल को निर्दोष बता रहे रैली के आयोजकों ने अब गुरुवार को पुलिस का नोटिस मिलने के बाद कह दिया है कि उन्हें अमृतपाल से कोई लेना देना नहीं है। न ही वह खालीस्तान का समर्थन करते हैं। आयोजकों ने कहा है कि, उन्हें बदनाम करने के लिए खालीस्तान समर्थक से जोड़ा जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं है।
सिख संगत की ओर से निकाली गई इस रैली के आयोजक दलेर सिंह और हरप्रीत सिंह रंधावा का गुरुवार को रायपुर पुलिस ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में दलेर सिंह ने कहा है कि उन्हें खालीस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। वह सिखों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। और धर्म उन्हें इसकी इजाजत देता है। वह देश विरोधी या खालिस्तान समर्थक नहीं है। हालांकि बुधवार को खालीस्तान समर्थक अमृतपाल को लेकर दलेर सिंह ने कहा था कि अमृतपाल धर्म का काम कर रहे हैं। युवाओं को नशे से दूर करके धर्म के साथ जोड़ा। इस वजह से सरकारी एजेंसियां अमृतपाल के खिलाफ हैं।