कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया। एक चुनावी सभा में मोदी सरनेम को लेकर दिए बयान की वजह से अदालत ने राहुल गांधी को सजा सुना दी। रायपुर में कलेक्टोरेट के पास अंबेडकर चौक पर आकर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने धरना दे दिया। युवा कांग्रेस के नेताओं ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने पुराने कांग्रेस भवन के बाहर मौन विरोध किया।
कांग्रेस के प्रदेश के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा- सत्य परेशान हो सकता है मगर पराजित नहीं। हम सत्य और राहुल गांधी के साथ खड़े हैं। साल 2019 की चुनावी सभा में राहुल गांधी ने कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी ये मोदी सरनेम वाले देश का 15 हजार करोड़ क्यों लेकर भाग रहे हैं, किसके माध्यम से इन्हें से बचाया जा रहा है, गलत कहां बोला। मगर हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
पार्षद एवं एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा ने अपने साथियों के साथ आज दोपहर 3 बजे तेलीबांधा मरीन ड्राइव में सांकेतिक रूप से धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। पार्षद अजीत कुकरेजा ने कहा कि केन्द्र कि मोदी सरकार अपनी मशीनरों का दुरूपयोग कर राहुल गांधी जी को डराने का काम कर रही हैं। लेकिन हम बता दें कि राहुल गांधी सत्य कि मार्ग पर चल रहे हैं। अंग्रेजों ने भी बहुत प्रयास किया गांधी जी और नेहरू जी को परेशान करने का। लेकिन जब हम गोरों से नहीं डरे तो अब इन चोरों से क्या डरेंगे।
भगत सिंह की तस्वीरों के साथ राहुल गांधी
दोपहर के वक्त युवा कांग्रेस के नेता भी राहुल गांधी के मानहानि केस में दोषी पाए जाने के विरोध में प्रदर्शन करते दिखे। ये सभी युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा के नेतृत्व में गांधी मैदान महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास पहुंचे और मौन विरोध जताया। इनके हाथों में भगत सिंह के साथ राहुल गांधी को दिखाती तस्वीरें थीं, सावरकर के साथ भी राहुल गांधी को दिखाया गया।