जगदलपुर. बस्तर में सीआरपीएफ का 84वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मैं इस भव्य स्थापना समारोह के लिए आप सबको बधाई देता हूं. 2249 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी है. देश की शांति और सुरक्षा का मजबूत आधार सीआरपीएफ बन गया है. यह एक बड़ी उपलब्धि है कि बस्तर में हम स्थापना दिवस समारोह मना रहे हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई अंतिम चरण में है. मैं शहीद परिवारों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करता हूं. आंतरिक सुरक्षा में सीआरपीएफ जवानों की अहम भूमिका है. 174 विकास कार्यों का लोकार्पण हुआ है. उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के अंदर हल्बी बुलेटिन शुरू होने से स्थानीय भाषा मजबूत होगी. आदिवासी अपनी भाषा में देश-दुनिया की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. मैं दूरदर्शन और आकाशवाणी को बधाई देता हूं.
अमित शाह ने कहा, सीआरपीएफ की उन 75 महिला जवानों को भी बधाई देता हूं, जिन्होंने दिल्ली से यहां तक की बाइक रैली की. आज नारी शक्ति हमारी देश की शक्ति बन गई है. मैं उनके साहस और शौर्य को प्रणाम करता हूं. सीआरपीएफ की मजबूती आज बढ़ती जा रही है. सीआरपीएफ को 1 बटालियन से 246वीं बटालियन तक पहुंचने पर बधाई देता हूं.
माओवाद मुक्त हो रहा बस्तर का इलाका
अमित शाह ने कहा, छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई आज सीआरपीएफ जवान लड़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में सड़क, पानी, राशन, बिजली जैसे सुविधाएं, सरकार की योजनाओं को अंदुरुनी और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाने में सीआरपीएफ की अहम भूमिका रही है. ज्वाइंट ऑपरेशन के जरिये आज बस्तर का इलाका माओवाद मुक्त हो रहा है. झारखंड के बूढ़ा पहाड़ का इलाका नक्सल मुक्त हो गया है. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार विकास की गंगा बहाई है. सड़क और मोबाईल कनेक्टिविटी बढ़ी है. एकलव्य स्कूल लगातार खोले जा रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है.