रायपुर। चांद के पास एक खूबसूरत सितारा नजर आया जिसे जनता से रिश्ता के राजनीतिक संपादक और वरिष्ठ पत्रकार ज़ाकिर घुरसेना ने अपने फेसबुक अकाउंट में शेयर किया है. इस पर उन्होंने एक संदेश देते हुए लिखा कि चांद के पास जो सितारा है वो सितारा हसीन लगता है। यहां तो सिर्फ़ सितारा ही नही चांद भी हसीन लग रहा है क्योंकि ऐसा नज़ारा बहुत कम देखने को मिलता है। कल ऐसा नज़ारा आसमान में देखकर हर कोई वॉव, गुड, नाइस पिक्चर, बेहतरीन, खूबसूरत और ना जाने क्या क्या कहे होंगे। बहरहाल खूबसूरती की तारीफ तो होती ही है चाहे वह चांद हो या चेहरा। लेकिन ज्यादा तारीफ़ तो चांद सूरज और दुनिया बनाने वाले की है। जिसने ये सब हमारे लिए बनाया। इंसान इसे भी बांटने का मंसूबा पाल लिया है लेकिन बांट नही पा रहा है।
सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी चांद का अपना अलग महत्व है। चांद शायरों और कवियों का प्रिय विषय है तरह तरह के शेर और कविता आज भी लिखे जाते हैं। एक दिन पहले हम सबने रमजान का चांद देखकर एक दूसरे को मुबारकबाद देते थक नही रहे थे दूसरे दिन आसमान पर ऐसा नज़ारा देख कर शायर इदरीस आज़ाद की एक शेर याद आती है जो संशोधन के बाद इस प्रकार है ईद का चांद तुमने कल देख लिया, चांद की ईद आज हो गई होगी।