गुरु 22 अप्रैल को मेष राशि में जाएंगे. ऐसे में गुरु और राहु का युति संबंध मेष राशि में बनेगा. गुरु एक शुभ ग्रह हैं और राहु पाप ग्रह है जो गुरु के शुभ प्रभाव को नष्ट करने का काम करते हैं. राहु अक्टूबर में मेष राशि से निकल जाएंगे इसलिए अक्टूबर महीने तक मेष राशि में गुरु चांडाल योग बनेगा जो उलटी बुद्धि चलाकर मेष सहित कई राशियों को नुकसान पहुंचाने का काम करेगा. यही कारण है कि तीन राशियों में Guru Chandal Yog 2023 तांडव मचाने वाला है. जिससे आपको सावधान रहने की जरूरत है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी जातक की कुंडली में गुरु चंडाल योग बनने पर उसके अच्छे गुणों में कमी आती है और नकारात्मक गुणों में बढ़ोतरी होने लगती है. कुंडली में ये योग व्यक्ति के चरित्र को कमजोर करता है. गुरु चंडाल योग के चलते व्यक्ति को पाचन तंत्र, लीवर और गंभीर रोगों का खतरा बना रहता है.
वहीं, अगर किसी महिला की कुंडली में ये योग है, तो उस महिला का वैवाहिक जीवन नर्क बन जाता है. बता दें कि नवरात्रि के पूरे एक माह बाद इस योग का निर्माण हो रहा है. इस दौरान मेष राशि में दो ग्रह एक साथ होंगे.
आइए जानते हैं मेष राशि में बनने वाले में Guru Chandal Yog से किन-किन राशियों को नुकसान होगा.
मेष राशि
22 अप्रैल को मेष राशि में ही गुरु चंडाल योग का निर्माण होगा. अगले छह महीने इन राशि वालों के लिए बेहद कष्टदायी रहने वाले हैं. इस दौरान काम में रुकावट, निराशा आदि का सामना करना पड़ेगा. आर्थिक हानि के संकेत भी हैं. इस दौरान व्यक्ति को सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है. कुल मिलाकर देखा जाए, तो ये अवधि इन राशि वालों के लिए ठीक नहीं है.
धनु राशि
गुरु चांडाल योग बनना धनु राशि के जातकों को थोड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है. क्योंकि यह योग आपकी राशि से पंचम भाव में बनेगा. इसलिए इस समय आपकी संतान की सेहत थोड़ी खराब हो सकती है. वहीं प्रेम- सबंधों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही आप इस दौरान वाहन चलाने में विशेष सावधानी रखें. दुर्घटना की आशंका है. व्यापार में घाटा हो सकता है और इस बीच आपके खर्चों में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों पर भी गुरु चांडाल योग का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. इस दौरान आपको अशुभ समाचार सुनने को मिल सकते हैं. स्वास्थ्य समस्या और आर्थिक परेशानी हो सकती है. कार्यक्षेत्र में भी आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें. अपना समय लें और धैर्य के साथ आगे बढ़ें.