लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हुए. सीएम ने इस अवसर पर कहा कि यूपी के घने जंगलों में राज्य पक्षी सारस और राज्य पशु बारहसिंघा के लिए विशेष पार्क विकसित किए जाने चाहिए. साथ ही वन विभाग प्रदेश के जंगलों को ईको टूरिज्म के रूप में डेवलप करने के लिए सकारात्मक भाव के साथ कार्य करे. वनों में मौजूद जलराशियों की साफ सफाई और उनकी मेड़ों पर व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. वन विभाग ऐसे विभागों को चिह्नित करे, जिनसे पर्यावरण और वन संपदा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है. इसके बाद उनकी सीएसआर निधि को पर्यावरण संरक्षण के लिए कैसे उपयोग कर सकते हैं, इसके लिए जल्द से जल्द एक व्यवस्था तैयार करें.
बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने 26वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने और पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों से संवाद किया. इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के वन विभाग की टीम को 12 स्वर्ण, 18 रजत और 13 कांस्य पदक प्राप्त हुए हैं. मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों को इस उपलब्धि पर शुभकामनाएं देते हुए उनका अभिनंदन किया. सीएम योगी ने इस अवसर पर वृक्षारोपण जन आंदोलन 2022 की कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग के कर्मचारियों के ऊपर आज बड़ी जिम्मेदारी है. पूरी दुनिया आज इस बात के लिए चिंतित है कि पृथ्वी का क्या होगा, क्योंकि दुनियाभर में पर्यावरण परिवर्तन देखने को मिल रहा है. ऐसे दौर में पर्यावरण संरक्षण को लीड करना सबसे बड़ी आवश्यकता है. जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम से न केवल मनुष्य बल्कि पूरी जीव सृष्टि को बचाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 6 वर्ष में प्रदेश में 100 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण हुआ है, जिससे यूपी का फॉरेस्ट कवरेज बढ़ा है. साथ ही साथ यूपी के वनों में वन्यजीवों की संख्या बढ़ी है. जो जंगल अनवरत काटे जा रहे थे उन्हें नियंत्रित किया गया है. अवैध खनन को प्रतिबंधित किया गया है. हर स्तर पर वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए पुख्ता कदम उठाए गये हैं. इसके अलावा अन्य कार्यक्रम भी हुए हैं, जिसमें टाइगर रिजर्व के लिए नई साइट बन रही हैं और वेटलैंड घोषित किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस अवसर पर जलोत्सव माह की घोषणा हो रही है.