प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद औऱ अशरफ की आज कोरट में पेशी होगी. एमपी-एमएलए कोर्ट में दोनों की आज पेशी होगी. 10 किमी. नैनी जेल से कोर्ट का सफर 20 मिनट में तय होगा. इस दौरान अतीक और अशरफ के दबदबे वाले इलाके से होकर यह काफिला गुजरेगा. जिसको लेकर पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है.
उमेश पाल को अगवा कर गवाही से रोकने के लिए धमकाने, मारने-पीटने के केस में मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा. प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट में 28 मार्च को जब इस केस का फैसला सुनाया जाएगा, उस वक्त कोर्ट में अतीक अहमद और उसका छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साथ ही 11 आरोपियों में से 10 आरोपी मौजूद रहेंगे. सभी आरोपियों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट के आदेश पर पुलिस गुजरात की साबरमती जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से अशरफ को ले आई है. जबकि प्रयागराज पुलिस असरफ को बरेली लेकर आई है.
दरअसल, राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल को गवाही देने से रोकने के लिए अगवा कर लिया था. अतीक अहमद के ऊपर आरोप है कि उसने 2006 में अगवा करवाने के बाद उमेश पाल को बंद करवाकर धमकाया और पिटाई करवाई थी. इसके साथ ही गवाही देने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी.
इसी मामले में 2007 में यूपी में बसपा की सरकार बनने के बाद उमेश पाल ने धूमनगंज थाने में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के साथ 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. अपहरण के 10 आरोपियों में अतीक और अशरफ की अहम भूमिका है. माफिया अतीक और अशरफ को नैनी जेल में रखा गया है. जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में दोनों रखे गए. अतीक को साबरमती जेल से नैनी जेल लाया गया. अशरफ को बरेली जेल से नैनी जेल लाया गया.
जिला बार एसोसिएशन प्रयागराज ने बताया कि प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उमेश पाल अपहरण मामले को छोड़कर किसी अन्य मामले में सुनवाई नहीं होगी. एमपी एमएलए कोर्ट के पीठासीन अधिकारी द्वारा जिला अधिवक्ता संघ के मंत्री को पत्र लिखा गया. 28 मार्च को ही फैसला सुनाने का अनुरोध भी किया गया है.