प्रतापगढ़. उमेश पाल अपहरण कांड में सोमवार को माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई है. मामले में अतीक अहमद समेत तीन अन्य दोषियों को एमपी एमएलए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. जबकि अन्य सात को दोषमुक्त कर दिया है. इसी बीच जनपद प्रतापगढ़ के कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की एक तस्वीर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के साथ की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. फोटो 2015 की बताई जा रही है. जिसे इमरान प्रतापगढ़ ने खुद फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा था, ‘कल रात अतीक भाई अशरफ साहब हमारी कुटिया पर एक छोटी सी दावत पर तशरीफ ले आये.’
माफिया अतीक अहमद को मंगलवार को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद से ही कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी की फोटो वायरल होने लगी. वायरल फोटो में इमरान प्रतापगढ़ अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के साथ नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं, इस फोटो के अलावा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें एक मंच पर इमरान बैठे हुए नजर आ रहे हैं और अतीक अहमद मंच से भाषण देते हुए दिखाई दे रहा है.
वायरल वीडियो में अतीक अहमद मंच से यह कहता हुआ सुनाई पड़ रहा है कि ‘हमारे छोटे भाई कहिए या हमारी दिल की धड़कन कहिए हमारा भाई इमरान प्रतापगढ़ी.’ वायरल वीडियो आयोजित किसी मुशायरे का बताया जा रहा है. मुशायरे में अतीक अहमद बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुआ था. वहीं मंच पर इमरान प्रतापगढ़ी के बगल में बीजेपी नेता एवं पूर्व मंत्री शिवकांत ओझा भी नजर आ रहे हैं. हालांकि जिस समय का यह वीडियो है उस समय शिवाकांत सपा में शामिल हो गए थे. फिलहाल फोटो वीडियो वायरल होने के बाद लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी हैं. फोटो इमरान प्रतापगढ़ी ने 8 साल पहले फेसबुक पर पोस्ट की थी.
बता दें कि 17 साल बाद उमेश पाल अपहरण कांड में कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने अतीक-अशरफ समेत 10 आरोपियों में से 7 को दोषमुक्त कर दिया है. जबकि अतीक, दिनेश पासी खान और शौकत अनीफ को दोषी ठहराया है. जिसमें कोर्ट ने तीनों को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
गौरतलब है कि 25 जनवरी, 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल मामले में चश्मदीद गवाह थे. माफिया अतीक ने उनसे केस से हटने के लिए बोला था. उमेश पाल उसकी बात नहीं मान रहे थे. इसके बाद 2006 में 28 फरवरी को उमेश पाल का अपहरण कर लिया गया. उसे माफिया के मुताबिक गवाही देने के लिए बोला गया. अतीक की बात न मानने पर उसे कई तरह की यातनाएं भी दी गईं.