बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों का दर्द घेरने लगता है। जो कि आर्थराइटिस का एक प्रकार है। जिसमे पैरों के ज्वाइंट्स बिल्कुल जकड़ से जाते हैं और उनमे असहनीय दर्द होता है। जिसकी वजह से इंसान का चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं जब दर्द के साथ घुटनों में और ज्वाइंट्स में सूजन आना शुरू हो जाती है तो ये शरीर के दूसरे अंगों स्किन, आंख, फेफड़े, हार्ट और ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाने लगता है। हालांकि गठिया की समस्या को समय रहते सही दवाओं और लाइफस्टाइल की मदद से कम किया जा सकता है। जिससे बुढ़ापे में कम दर्द झेलना पड़े।
अगर जोड़ों में दर्द के साथ सूजन आने की शिकायत हो रही है तो फौरन लाइफस्टाइल में इस तरह के चेंज कर दें।
रेगुलर एक्सरसाइज
शरीर के लिए फिजिकल वर्क बेहद जरूरी है। जिससे शरीर के सारे अंग प्रापर तरीके से मूवमेंट करें। गठिया की समस्या वालों के लिए एरोबिक्स एक्सरसाइज सबसे बढ़िया होती है। जिससे सारे ज्वाइंट्स में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जोड़ों में दर्द की शिकायत कम हो जाती है।
मोटापा
शरीर का बढ़ा हुआ वजन ज्यादातर गठिया का कारण बढ़ता है। ज्यादा बॉडी मॉस इंडेक्स होने की वजह से पैरों के घुटनों पर शरीर के वजन का प्रेशर पड़ता है। हाई बॉडी मास इंडेक्स होने की वजह से c रिएक्टिव प्रोटीन बढ़ जाता है। जो कि आर्थराइटिस के लिए खतरे की घंटी है। इस सिचुएशन में आर्थराइटिस की दवाएं भी कम काम करती है। इसलिए सबसे पहले अपने मोटापे पर कंट्रोल करें और हेल्दी खानपान के साथ ही जमकर एक्सरसाइज करें।
डाइट में शामिल करें फैटी एसिड
बुढ़ापे में अगर गठिया के दर्द से परेशान नहीं होना तो डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड को जरूर शामिल करें। मछली, अखरोट और हरी पत्तेदार सब्जियों में ये जरूरी तत्व मिल जाता है। जिससे शरीर में फैटी एसिड की कमी नहीं होती है और उम्र बढ़ने के साथ गठिया की समस्या से बचे रह सकते हैं।
गठिया के दर्द से कैसे मिलेगा छुटकारा
सिंकाई है जरूरी
अगर किसी को गठिया की समस्या है तो उसके लिए गर्म सिंकाई बेहद राहत देने वाली होती है। गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर घुटनों को सेंकने से काफी राहत मिलती है।
कैस्टर ऑयल करेगा मदद
गठिया के दर्द को दूर करने के लिए कैस्टर ऑयल बहुत मदद करता है। इसे लगाने के लिए कैस्टर ऑयल में रातभर तौलिया भिगो दें। सुबह इस तौलिया को दर्द वाले घुटनों पर रखकर गर्म पानी के पैड से सिंकाई करें। इस प्रोसेस को करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।