रायपुर। राजधानी रायपुर के गुढियारी थाना क्षेत्र में सट्टा और जुआ का व्यापार दिन दुगनी रात चौंगनी तरक्की पर चल रही है। एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जुआ सट्टा व्यापार पर अंकुश लगाने की बात कर रही है, वहीं गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में पुलिस जुआ सट्टा पर अंकुश लगाने में नाकाम होती जा रही है। अपराधियों और जुए सट्टे व्यापार का संचालन करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं, कि कार्यवाही के 2 या 3 दिन के बाद फिर धड़ल्ले से यह व्यापार शुरू हो जाता है। एक तरफ जहां रायपुर एसपी प्रशांत अग्रवाल द्वारा रायपुर पुलिस के समस्त राजपत्रित अधिकारीयों,थाना प्रभारी, संयुक्त प्रभारी एंटी क्राइम एवम साइबर यूनिट को निर्देश दिया गया है कि रायपुर जिले में जुआ सट्टा व्यापार पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाया जाए वहीं वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देश में फिर एक बार गुढियारी थाना प्रभारी में 3 सटोरियों को गिरफ्तार किया गया है।
सटोरियों के हौसले बुलंद, कार्यवाही के 2 दिन बाद फिर से शुरू हो जाता है ये सट्टे जुए का व्यापार, कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की कार्यवाही- गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में चल रहे सट्टे के व्यापार में सटोरियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि थाना में खानापूर्ति की कार्यवाही के अगले 2 या 3 दिन बाद फिर से यह धड़ल्ले से चालू किया जाता है।
बड़े अधिकारी रायपुर जिले में सट्टे पर अंकुश लगाना चाहते हैं लेकिन गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में सट्टे पर लगाम लगाने में पुलिस नाकाम दिखाईं दे रही- रायपुर जिले के बड़े अधिकारी भी सट्टे जुए का व्यापार पूर्ण रूप से खत्म करना चाहते हैं लेकिन गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में पुलिस इस व्यापार पर लगाम लगाने में असमर्थ दिखाईं दे रहे हैं।
गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में सट्टा बंद करना क्या नामुमकिन या फिर किसी बड़े दिग्गज के संरक्षण में यह व्यापार संचालित किया जा रहा है:
क्या गुढ़ियारी क्षेत्र में सट्टा जुआ को बंद करना नामुमकिन है? या फिर किसी बड़े दिग्गज के सरंक्षण में यह व्यापार चल रहा है इसलिए इस व्यापार को गुढियारी पुलिस बंद नही कर पा रही है। तथा सिर्फ खानापूर्ति की ही कार्यवाही थाने में की जा रही है। हैरान करने का विषय ये है कि कार्यवाही के अगले या 2 दिन बाद फिर से बेधड़क सट्टा चालू हो जाता है।
मितानभूमि की टीम शहर में चल रहे जुआ-सट्टा पर लगाम लगाने के लिए खबरें प्रकाशित कर रहा है पर अब देखना यह है कि जुआ सट्टा व्यापार चलाने वालों पर प्रशासन कितनी बड़ी कार्यवाही करती है।