नई दिल्ली. दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन को बड़ा झटका लगा है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिछले साल मई से जेल में बंद सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कोर्ट ने इस केस में सह आरोपी वैभव जैन और अंकुश जैन की जमानत याचिका भी खारिज कर दी है।आप नेता को ऐसे समय पर निराशा मिली है जब एक दिन पहले ही शराब घोटाले में गिरफ्तार मनीष सिसोदिया को 17 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके बाद उन्होंने भी हाई कोर्ट का रुख किया है।
जैन पर चार कंपनियों के जरिए धन शोधन करने का आरोप है। उच्च न्यायालय ने कहा कि निचली अदालत के जमानत याचिका खारिज करने के फैसले में कोई भी अवैधता या कोई खामी नहीं है। निचली अदालत के पिछले साल 17 नवंबर को सुनाए गए आदेश को तीनों आरोपियों ने चुनौती दी थी। उच्च न्यायालय ने जांच एजेंसी और ‘आप’ नेता के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद 21 मार्च को जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन को पिछले साल 30 मई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। तब से वह तिहाड़ जेल में बंद हैं। जेल से उनके मसाज वीडियो सामने आने पर विवाद हो चुका है। जैन दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के बेहद ताकतवर मंत्री रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बेहद करीबी बताया जाता है। वहीं, इस साल 26 फरवरी को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
जेल में बंद होने के बावजूद करीब 9 महीने तक मंत्री पद पर रहे सत्येंद्र जैन से सिसोदिया के जेल जाने के बाद इस्तीफा ले लिया गया था। सिसोदिया और सत्येंद्र जैन होने के बाद केजरीवाल कैबिनेट में फेरबदल किया गया। आप नेता आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज को दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया गया है।