सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां रश्मि नर्सिंग होम के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप लगाया है. घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है. यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है.
जानकारी के अनुसार, भुवनेश्वरपुर गांव के पीड़ित परिवार अपनी बेटी पूजा साहू को प्रसव के लिए तिलसिवां में स्थित रश्मि नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. परिजनों का आरोप है कि वह 3 अप्रैल को पूजा को लेकर प्रसव के लिए जिला चिकित्सालय आए थे. जहां उसका 4 अप्रैल तक इलाज किया गया. लेकिन जब वहां पूजा की हालत में सुधार नहीं हुआ तो वह उसे लेकर अंबिकापुर किसी अन्य हॉस्पिटल उपचार के लिए जाने पर विचार कर रहे थे. इसी दौरान जिला चिकित्सालय सूरजपुर की डॉक्टर और रश्मि नर्सिंग होम के संचालक डॉ रश्मि ने उन्हें यह कहते हुए अपने नर्सिंग होम में एडमिट करा लिया कि जो वहां उपचार होगा वह उपचार उनके नर्सिंग होम में हो जाएगा.
परिजनों ने डॉक्टर रश्मि की बात मानते हुए पूजा को 4 अप्रैल की शाम डॉक्टर रश्मि के नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया. जहां 5 अप्रैल को पूजा का बच्चा मरा हुआ पैदा हुआ और कुछ घंटों के बाद रात में पूजा ने भी दम तोड़ दिया. वहीं मामले की शिकायत मिलने के बाद पुलिस नर्सिंग होम पहुंचकर जांच में जुट गई है और शव को पीएम के लिए जिला चिकित्सालय सूरजपुर भेजवाया गया है.
फिलहाल, इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग जांच करा कर दोषियों के ऊपर उचित कार्रवाई करने की बात कर रहा है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जीवन बचाने वाले डॉक्टर ही जब मरीजों को बरगला कर अपने नर्सिंग होम का रास्ता दिखाने लगे तो मरीजों की जान की हिफाजत कैसे हो पाएगी.