महाराष्ट्र की राजनीति में फिर बड़े संकट के आसार हैं। खबर है कि अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ‘गायब’ हो गए हैं। साथ ही कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने सभी आधिकारिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। हालांकि, पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है और बताया है कि वह पुणे में ही हैं। खास बात है कि साल 2019 में भी अजित ने भारतीय जनता पार्टी के साथ आकर देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अजित ने शुक्रवार और शनिवार के पुणे में होने वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इसके अलावा कयास लगाए जा रहे हैं कि वह एनसीपी के कुछ विधायकों के साथ संपर्क से बाहर हो गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी के कुछ विधायक भी गायब हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अजित की तरफ से दिए गए ताजा इंटरव्यू और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अयोध्या दौरे के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया था।
उद्धव की आलोचना
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में अजित ने खुलासा किया था कि एनसीपी प्रमुख और कुछ अन्य लोगों ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस तरह की संभावित बगावत की चेतावनी थी, लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया था। वह ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में उप मुख्यमंत्री भी रहे थे।
पीएम मोदी की डिग्री पर सवाल उठाने वालों से सवाल
हाल ही में पवार ने एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री का मुद्दा उठाया था और कहा था कि इसके बारे में पूछना उचित नहीं है। उन्होंने कहा था, ‘2014 में क्या लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को डिग्री के आधार पर वोट दिया था? यह उनका व्यक्तित्व था, जिसने उन्हें चुनाव जिताने में मदद की।’ उन्होंने कहा, ‘वह 9 सालों से देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनकी डिग्री के बारे में पूछना उचित नहीं है। हमें उनसे महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सवाल पूछने चाहिए।’
उन्होंने आगे सवाल किया, ‘अगर हमें उनकी डिग्री पर सफाई मिल जाएगी, तो क्या महंगाई कम हो जाएगी? क्या उनकी डिग्री के बारे में जानकर लोगों को नौकरी मिल जाएगी?’
अयोध्या जा रहे हैं सीएम शिंदे
खास बात है कि सीएम शिंदे भी अयोध्या जा रहे हैं। सीएम बनन के बाद यह उनका पहला अयोध्या दौरा होगा। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि उनके साथ 5 हजार शिवसैनिक भी जा सकते हैं। वह शनिवार शाम राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और यूपी के समकक्ष योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। रविवार को वह अयोध्या के लिए रवाना होंगे।