बेमेतरा जिले से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित बीरमपुर गांव में शनिवार दोपहर हिंदू और मुस्लिम युवकों के बीच जमकर मारपीट हुई। इसमें एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद वहां पहुंचे साजा थाने के एसआई बीआर ठाकुर पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। कुछ वाहन भी जलाए गए हैं। खबर लिखे जाने तक स्थिति तनावपूर्ण है और आसपास के जिलों से पुलिस बल भेजा जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक बीरमपुर में कुछ महिने पहले दो-तीन हिंदु लड़कियों ने मुस्लिम लड़कों से विवाह किया था। उस समय भी वहां इस बात पर झगड़ा हुआ था। बाद में वह झगड़ा तो शांत हो गया, लेकिन गांव के लोग दो पक्षों में बंट गए। बीच-बीच में इस मुद्दे पर वहां तनाव फैलता रहा। शनिवार दोपहर को भी इसी तरह की बात को लेकर युवकों के दो गुटों में बहस हुई। धीरे-धीरे यह विवाद इतना बढ़ा कि दोनों तरफ से युवा और समाज के लोग लाठी-डंडे, हथियार लेकर आ गए और एक-दूसरे पर हमला कर दिया।
एक युवक की मौत
इस संघर्ष में धारदार हथियारों का प्रयोग किया गया। भीड़ में मौजूद एक 22 साल के युवक को ज्यादा चोटें आई। इससे वह वहीं मौके पर गिरा और दम तोड़ दिया। इसके बाद भी यह झगड़ा रुका नहीं। दोनों पक्षों के कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
स्थिति संभालने आए एसआई पर हमला
दो समुदाय में संघर्ष की बात इस इलाके के साजा थाने में पहुंची। वहां उस समय सब इंस्पेक्टर बीआर ठाकुर ड्यूटी पर थे। वे तत्काल कुछ सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उस समय भी मारपीट चल रही थी। उन्होंने भीड़ में जाकर ऐसा नहीं करने की बात कही, लेकिन इसी दौरान किसी ने उन पर भी हमला कर दिया। उनके साथ गए सिपाही उन्हें लेकर साजा लौटे। फिलहाल उनका साजा अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कोई अधिकारिक बयान नहीं
मामला हिंदू और मुस्लिम समाज का होने के कारण कोई भी अधिकारी इस पर कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है। खबर मिली है कि बेमेतरा जिला मुख्यालय और आसपास के थानों से बल बीरमपुर भेजा गया है।
साहू समाज के लोग जुटे
बीरमपुर में साहू समाज की आबादी ज्यादा है, लिहाजा जिले भर के साहू समाज के पदाधिकारी गांव पहुंच गए हैं और साहू समाज में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। दरअसल कुछ दिनों पूर्व साहू समाज की ओर से बीरमपुर गांव में दूसरे समाज में शादी नहीं करने को लेकर एक जागरूकता अभियान चलाया गया था । इसी के बाद इस गांव में लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई थी और आखिरकार आज वह तनाव खूनी संघर्ष बदल गया।