रायपुर. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कोरवा जनजाति के परिवार की आत्महत्या की घटना दुखद है। भाजपा उनकी मौत पर राजनीति कर रही है। मृतक परिवार को सारी शासकीय योजनाओं का लाभ मिल रहा था। उनके पास राशन कार्ड भी था। आपसी विवाद और पारिवारिक क्लेश के कारण हुई घटना पर भाजपा घृणित राजनीति कर रही है।
जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा परिवार के आत्म हत्या के मामले में भाजपा द्वारा ली गई पत्रकावार्ता भाजपा नेताओं ने एक बार फिर से झूठ परोस कर लाश पर राजनीति करने का प्रयास किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा नेता झूठ बोल रहे थे। यह उनके पत्रकारवार्ता तथा कथित जांच दल की जारी रिपोर्ट के विरोधाभासी तथ्यों से साबित हो रहा है :-
1. भाजपा नेता दावा कर रहे है कि भूख से वंचित होकर परिवार के लोगो ने आत्म हत्या किया। जबकि अपनी ही जांच रिपोर्ट में यह भी मान रहे कि परिवार के पास राशन कार्ड था जिसमें फरवरी माह तक राशन उठाने की प्रविष्टि को भाजपा जांच दल बता रहा। (जबकि कोरवा परिवार ने मार्च में भी राशन उठाया है। परिवार को हर माह 35 किलो चावल एवं अन्य सामाग्री मिलती थी)। यदि फरवरी तक भी राशन लेना मान लिया जाय तो परिवार के द्वारा भूख के कारण आत्म हत्या की बात झूठी साबित हो जाती है।
2. भाजपाई अपने प्रेस कान्फ्रेस में यह दावा कर रहे थे कि उसको आवास नहीं मिला इसलिये वह व्यथित थे जबकि भाजपा के जांच दल की रिपोर्ट के ही एक बिन्दु में ही यह माना है कि मृतक परिवार 2017-2018 में निर्मित प्रधानमंत्री आवास में रहते थे। खुद ही आरोप लगा रहे कि आवास नहीं मिलने से व्यथित थे। खुद ही मान रहे कि 2017-2018 में निर्मित प्रधानमंत्री आवास में रहते थे। इससे साबित हो रहा कि भाजपा झूठ बोल रही है। मृतक परिवार जिस आवास में रहता है वह 2018-2019 में बना है यहां पर भी भाजपा जांच दल ने झूठ बोला है।
3. भाजपा का जांच दल खुद मान रहा कि गांव में 35 परिवार के लिये हैण्ड पंप की व्यवस्था है। बाद में प्रेसवार्ता में खुद ही दावा कर रहे कि पेय जल की व्यवस्था नहीं है। यह विरोधाभास खुद भाजपा के बयानों में है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा की कथित जांच रिपोर्ट बयानो से ही यह साबित हो रहा कि भाजपा पहाड़ी कोरवा की मौत पर सिर्फ राजनीति कर रही है। भाजपा की जांच रिपोर्ट में 15 साल तक रमन सरकार की अकर्मण्यता की बेशर्म स्वीकारोक्ति है। यदि वहां पर शासकीय स्कूल में 10 किमी दूर बच्चे पढ़ने जाते है तो भाजपा बताये 15 साल की सरकार में वे क्या कर रहे थे?
भाजपा जांच दल दावा कर रही है कि बगीचा ब्लाक के 137 गांवो में से 114 गांवो में सड़क नहीं है। ये रमन सरकार की नकामी प्रमाणित करती है। भाजपा के दावो से स्पष्ट हुआ कि कोरवा जनजाति के विकास, रोजगार, शिक्षा के 15 साल में कोई काम नहीं हुआ।
भाजपा की जांच दल के प्रमुख सदस्य रामविचार नेताम की पुत्री ने पहाड़ी कोरवा की जमीन की गैर कानूनी ढंग से खरीदी किया है। उस पर भाजपा कार्यवाही कब करेगी?