धमतरी. बेमेतरा जिले के ग्राम बिरनपुर में मुस्लिम समाज के दो लोगों की निर्मम हत्या के मामले को लेकर अंजुमन इस्लाम कमेटी ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। समाजजनों ने मांग की है कि इस घटना को अंजाम देने वाले व्यक्तियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई कर मृतक के परिवार केा आर्थिक सहायता एवं सरकारी नौकरी दिलाई जाए।
गुरूवार को अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर नसीम अहमद की अगुवाई में बड़ी संख्या में समाजजन एसडीएम दफ्तर पहुंचे। यहां एसडीएम डा. विभोर अग्रवाल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम बिरनपुर की घटना को लेकर ज्ञापन सौंपा। समाजजनों ने कहा कि बिरनपुर में घटित घटना को धार्मिक रंग देकर पूरे छत्तीसगढ़ को बंद कराया गया। इसकी आड़ में मुस्लिम भाईयों पर तरह-तरह के आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें उकसाने और भड़काने की कोशिश की गई। समाज के प्रमुख दिलावर रोकडिय़ा, नजीर अहमद सिद्दीकी, युसूफ रजा ने कहा कि मुस्लिम समाज हमेशा शांति का पक्षधर रहा हैं। कुछ व्यक्तियों द्वारा मुसलमानों को उकसाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे इस्तेमाल किए जा रहे हैं, जिससे मुस्लिम समाज बेहद आहत है। ऐसी घटना पर त्वरित रोक लगाना अति आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि ग्राम बिरनपुर के दो मुस्लिम भाई रहीम और ईदुल मोहम्मद का कत्ल कर दिया गया और भी तरह-तरह के जुल्मो सितम ढाए गए हैं। इससे मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश है।
समाज प्रमुख, एमए फहीम, अब्दुल सलाम खत्री, राजू कुरैशी ने कहा कि जगदलपुर जिले में भी अल्पसंख्यकों से कोई लेन-देन नहीं करने की शपथ तथाकथित व्यक्ति द्वारा दिलाए जाने का वीडियो वायरल हुआ है। जबकि हिन्दू व मुस्लिम भाई सदियों से आपस में भाईचारा के साथ हर समारोह व अन्य प्रोग्रामों में शिरकत करते हैं। कुछ उपद्रवी तत्व ऐसे कामों को अंजाम दे रहे हैं,जिन पर त्वरित कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर शेख इकबाल, शेख यासीन, इरफान विरानी, शेख सिराजुद्दीन दारा, ताजुद़्दीन, अब्दुल हकीम खान, महबूब खान, मो. युसूफ बेलीम, अब्दुल हमीद, मो. रशीद, मो. असलम, मो. वसीम खिलची, मो. शफीक आदि मौजूद रहे।
10-10 लाख का दें मुआवजा
अंजुमन इस्लामिया कमेटी और मुस्लिम समाज धमतरी मुख्यमंत्री से अपील करती है कि बिरनपुर घटना में जान खोने वाले व्यक्तियों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए आर्थिक क्षतिपूर्ति और आश्रित परिवार के सदस्यों को शासकीय नौकरी दिय ाजाए। साथ ही मुस्लिम समाज को सुरक्षित करने कदम उठाया जाए।