Arcturus or XBB.1.16 variant: भारत में कोविड -19 मामलों में तेजी देखी जा रही है. पिछले कुछ हफ्तों में देश में दैनिक मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में फिलहाल 61233 सक्रिय कोविड-19 मामले (active covid-19 cases) हैं. वहीं भारत का डेली पॉजिटीविटी रेट 8.40 प्रतिशत बना हुआ है. नया ऑमिक्रॉन सबवैरिएंट, XBB.1.16 देश में मामलों में नवीनतम उछाल ला रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वैरिएंट को निगरानी में रखा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वैरिएंट को अब तक 29 देशों में डिटेक्ट किया जा चुका है. इसे आर्कटुरस (Arcturus) के नाम से भी जाना जा रहा है. आइए जानते हैं इस वैरिएंट के बारे में. यह कितना खतरनाक है, कोविड 19 के इन नए वैरिएंट के लक्षण कैसे हैं और इससे बचने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है…
आर्कटुरस या XBB.1.16 वैरिएंट कितना ज्यादा खतरनाक है? Acturus or XBB.1.16 variant: Is it more dangerous?
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पहली बार आर्कटुरस का पता जनवरी में चला था. यह एक ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट है, जो आसानी से फैल सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि XB.1.16 वैरिएंट XBB.1.5 वैरिएंट के जैसा ही है, लेकिन इसमें एक अतिरिक्त म्यूटेशन है. इसलिए, यह तेजी से फैल सकता है, लेकिन कुछ भी गंभीर नहीं हो सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (The World Health Organization) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में आर्कटुरस ने दूरे वैरिएंट्स को रिप्लेस किया है. यह देश में तेजी से फैल रहा है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की दर कम बनी हुई है. वैरिएंट हल्के लक्षणों की ओर जाता है और अब तक कोई गंभीर जटिलता नहीं देखी गई है.
आर्कटुरस या XBB.1.16 वैरिएंट के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Arcturus or the XBB.1.16 variant?)
आर्कटुरस या XBB.1.16 वैरिएंट के कुछ सामान्य लक्षण हमनें नीचे बताएं हैं. अगर आपको ऐसे लक्षण या इसी तरह के दूसरे लक्षण जो संदेह पैदा करें दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
बुखार
सिरदर्द
गले में दर्द या सूजन महसूस होना
नाक बहना
चक्कर आना या कमजोरी महसूस होना
पेट से संबंधित किसी तरह की समस्या होना
खांसी
कई मामलों में आंखों से जुड़ी समस्याएं जैसे आंखों का लाल होना, पलकों में खुजली महसूस होना भी शामिल है.
हाल ही में इस सूची में एक नया लक्षण जोड़ा गया है, जो विशेष रूप से बच्चों में बताया जा रहा है. विशेषज्ञों ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कई रोगियों ने खुजली वाली आंखों, नेत्रश्लेष्मलाशोथ और गुलाबी आंख (मवाद के बिना) की शिकायत की. आंखों से संबंधित ये लक्षण पिछली लहरों में नहीं देखे गए थे.